Masih Jeevan

यीशु मसीह की पहिचान एवं सामर्थ्य में बढ़ने के लिये सहायता

1 पतरस अध्याय 4 प्रश्नोत्तरी प्रश्न और उत्तर | 1 Peter Chapter 4 Quiz Questions And Answers

रोमियों अध्याय 04 प्रश्नोत्तरी प्रश्न और उत्तर

मेरे प्रिय भाई और बहनों, हमारी गुजारिश है कि आप बाईबल क्विज अटेंड करने से पहले एक बार इस चैप्टर का अध्ययन जरूर कर लें। बाईबल क्विज के माध्यम से हमारा उद्देश्य आपको परमेश्वर के वचन को पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना है ताकि आप परमेश्वर और उसके ज्ञान को जान और समझ सके। हमारा पूर्ण विश्वास है कि आप निश्चित रूप से आशीषीत होंगे। कृपया नीचे दिए गए फिनिश ऑप्शन पर क्लिक करने से पहले सभी प्रश्न अटेंड करना अनिवार्य है। हम आपको शुभकामनाएं देते हैं।

 

#1. पतरस, जैसे जैसे मसीह के दुःखों में सहभागी होते हो, आनन्द करो, जिससे उसकी महिमा के प्रगट होते समय भी तुम क्या हो कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- पर जैसे जैसे मसीह के दुखों में सहभागी होते हो, आनन्द करो, जिस से उसकी महिमा के प्रगट होते समय भी तुम आनन्दित और मगन हो। (01 पतरस 04:13)

#2. पतरस, सब बातों का अन्त तुरन्त होनेवाला है इसलिये क्या रहो कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- सब बातों का अन्त तुरन्त होने वाला है; इसलिये संयमी होकर प्रार्थना के लिये सचेत रहो। (01 पतरस 04:07)

#3. जो परमेश्वर की इच्छा के अनुसार दुख उठाते हैं, वे क्या करते हुये अपने-अपने प्राण को विश्वासयोग्य सृजनहार के हाथ में सौंप दें ?

उत्तर का संदर्भ:- इसलिये जो परमेश्वर की इच्छा के अनुसार दुख उठाते हैं, वे भलाई करते हुए, अपने अपने प्राण को विश्वासयोग्य सृजनहार के हाथ में सौंप दें॥ (01 पतरस 04:19)

#4. पतरस, सब में श्रेष्ठ बात क्या है कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- और सब में श्रेष्ठ बात यह है कि एक दूसरे से अधिक प्रेम रखो; क्योंकि प्रेम अनेक पापों को ढांप देता है। (01 पतरस 04:08)

#5. पतरस, बिना कुड़कुड़ाए एक दूसरे का क्या करो कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- बिना कुड़कुड़ाए एक दूसरे की पहुनाई करो। (01 पतरस 04:09)

#6. क्या अनेक पापों को ढाँप देता है ?

उत्तर का संदर्भ:- और सब में श्रेष्ठ बात यह है कि एक दूसरे से अधिक प्रेम रखो; क्योंकि प्रेम अनेक पापों को ढांप देता है। (01 पतरस 04:08)

#7. पतरस, यदि कोई बोले, तो कैसा बोले कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- यदि कोई बोले, तो ऐसा बोले, मानों परमेश्वर का वचन है; यदि कोई सेवा करे; तो उस शक्ति से करे जो परमेश्वर देता है; जिस से सब बातों में यीशु मसीह के द्वारा, परमेश्वर की महिमा प्रगट हो: महिमा और साम्राज्य युगानुयुग उसी की है। आमीन॥ (01 पतरस 04:11)

#8. पतरस, किस कारण से दुःख पाए, तो लज्जित न हो, पर इस बात के लिये परमेश्वर की महिमा करे कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- पर यदि मसीही होने के कारण दुख पाए, तो लज्ज़ित न हो, पर इस बात के लिये परमेश्वर की महिमा करे। (01 पतरस 04:16)

#9. पतरस, इनमें से किस पाप में हम ने पहले समय गँवाया, वही बहुत हुआ कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- क्योंकि अन्यजातियों की इच्छा के अनुसार काम करने, और लुचपन की बुरी अभिलाषाओं, मतवालापन, लीलाक्रीड़ा, पियक्कड़पन, और घृणित मूर्तिपूजा में जहां तक हम ने पहिले समय गंवाया, वही बहुत हुआ। (01 पतरस 04:03)

#10. पतरस, यदि कोई सेवा करे, तो किस शक्ति से करे कहते हैं, जिससे सब बातों में यीशु मसीह के द्वारा, परमेश्वर की महिमा प्रगट हो ?

उत्तर का संदर्भ:- यदि कोई बोले, तो ऐसा बोले, मानों परमेश्वर का वचन है; यदि कोई सेवा करे; तो उस शक्ति से करे जो परमेश्वर देता है; जिस से सब बातों में यीशु मसीह के द्वारा, परमेश्वर की महिमा प्रगट हो: महिमा और साम्राज्य युगानुयुग उसी की है। आमीन॥ (01 पतरस 04:11)

#11. पतरस, इसलिये जब कि मसीह ने शरीर में होकर दुःख उठाया तो तुम भी उसी मनसा को किसके समान धारण करो कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- सो जब कि मसीह ने शरीर में होकर दुख उठाया तो तुम भी उस ही मनसा को धारण करके हथियार बान्ध लो क्योंकि जिसने शरीर में दुख उठाया, वह पाप से छूट गया। (01 पतरस 04:01)

#12. पतरस, तुम में से कोई व्यक्ति किस कारण से दुःख न पाए कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- तुम में से कोई व्यक्ति हत्यारा या चोर, या कुकर्मी होने, या पराए काम में हाथ डालने के कारण दुख न पाए। (01 पतरस 04:15)

#13. पतरस, जिसको जो वरदान मिला है, वह उसे परमेश्वर के नाना प्रकार के अनुगृह के भले भण्डारियों के समान किसमें लगाए कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- जिस को जो वरदान मिला है, वह उसे परमेश्वर के नाना प्रकार के अनुग्रह के भले भण्डारियों की नाईं एक दूसरे की सेवा में लगाए। (01 पतरस 04:10)

#14. पतरस वह समय आ पहुँचा है कि पहले किनका न्याय किया जाए कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- क्योंकि वह समय आ पहुंचा है, कि पहिले परमेश्वर के लोगों का न्याय किया जाए, और जब कि न्याय का आरम्भ हम ही से होगा तो उन का क्या अन्त होगा जो परमेश्वर के सुसमाचार को नहीं मानते? (01 पतरस 04:17)

#15. पतरस, जिसने शरीर में दुःख उठाया वह किससे छूट गया कहते हैं

उत्तर का संदर्भ:- सो जब कि मसीह ने शरीर में होकर दुख उठाया तो तुम भी उस ही मनसा को धारण करके हथियार बान्ध लो क्योंकि जिसने शरीर में दुख उठाया, वह पाप से छूट गया। (01 पतरस 04:01)

#16. पतरस, यदि मसीह के नाम के लिये तुम्हारी निन्दा की जाती है तो तुम धन्य क्यों हो कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- फिर यदि मसीह के नाम के लिये तुम्हारी निन्दा की जाती है, तो धन्य हो; क्योंकि महिमा का आत्मा, जो परमेश्वर का आत्मा है, तुम पर छाया करता है। (01 पतरस 04:14)

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