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यहूदा अध्याय 1 प्रश्नोत्तरी प्रश्न और उत्तर | Jude Chapter 1 Quiz Questions And Answers

रोमियों अध्याय 04 प्रश्नोत्तरी प्रश्न और उत्तर

मेरे प्रिय भाई और बहनों, हमारी गुजारिश है कि आप बाईबल क्विज अटेंड करने से पहले एक बार इस चैप्टर का अध्ययन जरूर कर लें। बाईबल क्विज के माध्यम से हमारा उद्देश्य आपको परमेश्वर के वचन को पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना है ताकि आप परमेश्वर और उसके ज्ञान को जान और समझ सके। हमारा पूर्ण विश्वास है कि आप निश्चित रूप से आशीषित होंगे। कृपया नीचे दिए गए फिनिश ऑप्शन पर क्लिक करने से पहले सभी प्रश्न अटेंड करना अनिवार्य है। हम आपको शुभकामनाएं देते हैं।

 

#1. यहूदा अपने पाठकों को जो परमेश्वर पिता में प्रिय और यीशु मसीह के लिये सुरक्षित हैं, तुम्हें बहुतायत से क्या प्राप्त होता रहे कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- दया और शान्ति और प्रेम तुम्हें बहुतायत से प्राप्त होता रहे॥ (यहूदा 01:02)

#2. पूर्व युग में प्रधान स्वर्गदूत मीकाईल ने शैतान से किसके विषय में वाद-विवाद किया था ?

उत्तर का संदर्भ:- परन्तु प्रधान स्वर्गदूत मीकाईल ने, जब शैतान से मूसा की लोथ के विषय में वाद-विवाद करता था, तो उस को बुरा भला कहके दोष लगाने का साहस न किया; पर यह कहा, कि प्रभु तुझे डांटे। (यहूदा 01:09)

#3. यहूदा अपने पाठकों को किसमें से झपटकर निकालों कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- और बहुतों को आग में से झपट कर निकालो, और बहुतों पर भय के साथ दया करो; वरन उस वस्त्र से भी घृणा करो जो शरीर के द्वारा कलंकित हो गया है॥ (यहूदा 01:23)

#4. ‘‘ये समुद्र के प्रचण्ड हिलकोरे हैं, जो अपनी लज्जा का फेन उछालते हैं, ये डाँवाडोल तारे हैं, जिनके लिये सदा काल तक घोर अन्धकार रखा गया है।’’ यहूदा यह वचन किसके लिये कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- ये समुद्र के प्रचण्ड हिलकोरे हैं, जो अपनी लज्ज़ा का फेन उछालते हैं: ये डांवाडोल तारे हैं, जिन के लिये सदा काल तक घोर अन्धकार रखा गया है। (यहूदा 01:13)

#5. यहूदा कहते हैं जो भक्तिहीन हैं, हमारे परमेश्वर के अनुग्रह को किसमें बदल डालते हैं और हमारे एक मात्र स्वामी और प्रभु यीशु मसीह का क्या करते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- क्योंकि कितने ऐसे मनुष्य चुपके से हम में आ मिले हैं, जिन के इस दण्ड का वर्णन पुराने समय में पहिले ही से लिखा गया था: ये भक्तिहीन हैं, और हमारे परमेश्वर के अनुग्रह को लुचपन में बदल डालते हैं, और हमारे अद्वैत स्वामी और प्रभु यीशु मसीह का इन्कार करते हैं॥ (यहूदा 01:04)

#6. यहूदा अपने पाठकों को पूर्व युग में कौन मजदूरी के लिये भ्रष्ट हो गया था कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- उन पर हाय! कि वे कैन की सी चाल चले, और मजदूरी के लिये बिलाम की नाईं भ्रष्ट हो गए हैं: और कोरह की नाईं विरोध करके नाश हुए हैं। (यहूदा 01:11)

#7. यहूदा अपने आप को यीशु मसीह का क्या हूँ कहते हैं?

उत्तर का संदर्भ:- यहूदा की ओर से जो यीशु मसीह का दास और याकूब का भाई है, उन बुलाए हुओं के नाम जो परमेश्वर पिता में प्रिय और यीशु मसीह के लिये सुरक्षित हैं॥ (यहूदा 01:01)

#8. पूर्व युग में किस नगर के लोग व्यभिचारी हो गये थे और पराये शरीर के पीछे लग गए थे, आग के अनन्त दण्ड में पड़कर दृष्टान्त ठहरे हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- जिस रीति से सदोम और अमोरा और उन के आस पास के नगर, जो इन की नाईं व्यभिचारी हो गए थे और पराये शरीर के पीछे लग गए थे आग के अनन्त दण्ड में पड़ कर दृष्टान्त ठहरे हैं। (यहूदा 01:07)

#9. यहूदा के भाई का क्या नाम था ?

उत्तर का संदर्भ:- यहूदा की ओर से जो यीशु मसीह का दास और याकूब का भाई है, उन बुलाए हुओं के नाम जो परमेश्वर पिता में प्रिय और यीशु मसीह के लिये सुरक्षित हैं॥ (यहूदा 01:01)

#10. यहूदा 01 अध्याय के अनुसार हनोक आदम से कौन सी पीढ़ी में था ?

उत्तर का संदर्भ:- और हनोक ने भी जो आदम से सातवीं पीढ़ी में था, इन के विषय में यह भविष्यद्ववाणी की, कि देखो, प्रभु अपने लाखों पवित्रों के साथ आया। (यहूदा 01:14)

#11. ‘‘देखो, प्रभु अपने लाखों पवित्रों के साथ आया कि सबका न्याय करे’’ पुर्व युग में किसने यह भविष्द्वाणी की थी ?

उत्तर का संदर्भ:- और हनोक ने भी जो आदम से सातवीं पीढ़ी में था, इन के विषय में यह भविष्यद्ववाणी की, कि देखो, प्रभु अपने लाखों पवित्रों के साथ आया। (यहूदा 01:14)

#12. यहूदा अपने पाठकों को मैं ने तुम्हें यह समझाना आवश्यक जाना कि उस विश्वास के लिये पूरा यत्न करो जो पवित्र लोगों को कितनी बार सौंपा गया था कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- हे प्रियो, जब मैं तुम्हें उस उद्धार के विषय में लिखने में अत्यन्त परिश्रम से प्रयत्न कर रहा था, जिस में हम सब सहभागी हैं; तो मैं ने तुम्हें यह समझाना आवश्यक जाना कि उस विश्वास के लिये पूरा यत्न करो जो पवित्र लोगों को एक ही बार सौंपा गया था। (यहूदा 01:03)

#13. यहूदा अपने पाठकों को जो शंका में है उन पर क्या करो कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- और उन पर जो शंका में हैं दया करो। (यहूदा 01:22)

#14. यहूदा अपने पाठकों को जिन स्वर्गदूतों ने अपने पद को स्थिर न रखा वरन् अपने निज निवास को छोड़ दिया, परमेश्वर ने उनको भी किसके लिये अंधकार में, जो सदा काल के लिये है, बन्धनों मे रखा है ?

उत्तर का संदर्भ:- फिर जो र्स्वगदूतों ने अपने पद को स्थिर न रखा वरन अपने निज निवास को छोड़ दिया, उस ने उन को भी उस भीषण दिन के न्याय के लिये अन्धकार में जो सदा काल के लिये है बन्धनों में रखा है। (यहूदा 01:06)

#15. यहूदा अपने पाठकों को इनमें से क्या करने के लिये प्रोत्साहित करते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- पर हे प्रियों तुम अपने अति पवित्र विश्वास में अपनी उन्नति करते हुए और पवित्र आत्मा में प्रार्थना करते हुए। अपने आप को परमेश्वर के प्रेम में बनाए रखो; और अनन्त जीवन के लिये हमारे प्रभु यीशु मसीह की दया की आशा देखते रहो। (यहूदा 01:20-21)

#16. पूर्व युग में प्रधान स्वर्गदूत मीकाईल ने जब शैतान से वाद-विवाद किया, तो उसको बुरा-भला कहके दोष लगाने का साहस न किया पर क्या कहा ?

उत्तर का संदर्भ:- परन्तु प्रधान स्वर्गदूत मीकाईल ने, जब शैतान से मूसा की लोथ के विषय में वाद-विवाद करता था, तो उस को बुरा भला कहके दोष लगाने का साहस न किया; पर यह कहा, कि प्रभु तुझे डांटे। (यहूदा 01:09)

#17. झूठे शिक्षक के विषय में इनमें से कौन से वचन सही है – ?

उत्तर का संदर्भ:- ये तो असंतुष्ट, कुड़कुड़ाने वाले, और अपने अभिलाषाओं के अनुसार चलने वाले हैं; और अपने मुंह से घमण्ड की बातें बोलते हैं; और वे लाभ के लिये मुंह देखी बड़ाई किया करते हैं॥ (यहूदा 01:16)

#18. यहूदा अपने पाठकों को पिछले दिनों में ऐसे ठट्ठा करनेवाले होंगे जो किसके अनुसार चलेंगे कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- वे तुम से कहा करते थे, कि पिछले दिनों में ऐसे ठट्ठा करने वाले होंगे, जो अपनी अभक्ति के अभिलाषाओं के अनुसार चलेंगे। (यहूदा 01:18)

#19. यहूदा अपने पाठकों को मैं तुम्हें इस बात की सुधि दिलाना चाहता हूँ, कि प्रभु ने एक कुल को मिस्त्र देश से छुड़ाने के बाद किसको नष्ट कर दिया कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- पर यद्यपि तुम सब बात एक बार जान चुके हो, तौभी मैं तुम्हें इस बात की सुधि दिलाना चाहता हूं, कि प्रभु ने एक कुल को मिस्र देश से छुड़ाने के बाद विश्वास न लाने वालों को नाश कर दिया। (यहूदा 01:05)

#20. यहूदा अपने पाठकों को अनन्त जीवन के लिये किसकी बाट जोहते रहो कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- अपने आप को परमेश्वर के प्रेम में बनाए रखो; और अनन्त जीवन के लिये हमारे प्रभु यीशु मसीह की दया की बाट जोहते रहो। (यहूदा 01:21)

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