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प्रेरितों के काम अध्याय 23 प्रश्नोत्तरी प्रश्न और उत्तर | Acts Chapter 23 Quiz Questions And Answers

प्रेरितों के काम अध्याय 28 प्रश्नोत्तरी प्रश्न और उत्तर

मेरे प्रिय भाई और बहनों, हमारी गुजारिश है कि आप बाईबल क्विज अटेंड करने से पहले एक बार इस चैप्टर का अध्ययन जरूर कर लें। बाईबल क्विज के माध्यम से हमारा उद्देश्य आपको परमेश्वर के वचन को पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना है ताकि आप परमेश्वर और उसके ज्ञान को जान और समझ सके। हमारा पूर्ण विश्वास है कि आप निश्चित रूप से आशीषित होंगे। कृपया नीचे दिए गए फिनिश ऑप्शन पर क्लिक करने से पहले सभी प्रश्न अटेंड करना अनिवार्य है। हम आपको शुभकामनाएं देते हैं।

 

#1. पौलुस किस प्रान्त का था ?

उत्तर का संदर्भ:- उसने चिट्ठी पढ़कर पूछा, “यह किस प्रान्त का है?” और जब जान लिया कि किलिकिया का है (प्रेरितों के काम 23ः34)

#2. जो यहूदियों ने पौलुस के विरूद्ध षड्यन्त्र रचा था और शपथ खाई थी वे कितने लोग थे ?

उत्तर का संदर्भ:- जिन्होंने आपस में यह शपथ खाई थी, वे चालीस जन से अधिक थे। (प्रेरितों के काम 23ः13)

#3. पलटन के सरदार ने पौलुस को कौन से हाकिम को पास पहुँचा दिया था ?

उत्तर का संदर्भ:- और पौलुस की सवारी के लिये घोड़े तैयार रखो, कि उसे फेलिक्स हाकिम के पास कुशल से पहुँचा दें।” (प्रेरितों के काम 23ः24)

#4. पौलुस ने महासभा में ‘‘हे चूना फिरी हुई भीत, परमेश्वर तुझे मारेगा’’ किसे कहा था ?

उत्तर का संदर्भ:- तब पौलुस ने उससे कहा, “हे चूना फिरी हुई भीत, परमेश्‍वर तुझे मारेगा। तू व्यवस्था के अनुसार मेरा न्याय करने को बैठा है, और फिर क्या व्यवस्था के विरुद्ध मुझे मारने की आज्ञा देता है?” (प्रेरितों के काम 23ः03)

#5. जो यहूदियों ने षड्यन्त्र रचा था वे पौलुस को मार डालने के लिये किसे मोहरा बनाना चाहते थे ?

उत्तर का संदर्भ:- इसलिये अब महासभा समेत पलटन के सरदार को समझाओ कि उसे तुम्हारे पास ले आए, मानो कि तुम उसके विषय में और भी ठीक से जाँच करना चाहते हो; और हम उसके पहुँचने से पहले ही उसे मार डालने के लिये तैयार रहेंगे।” (प्रेरितों के काम 23ः15)

#6. उस पलटन के सरदार का क्या नाम था जिसने पौलुस हाकिम के पास भेजा था ?

उत्तर का संदर्भ:- “महामहिम् फेलिक्स हाकिम को क्लौदियुस लूसियास का नमस्कार।” (प्रेरितों के काम 23ः26)

#7. महासभा में कौन से महायाजक ने पौलुस के मुँह पर थप्पड़ मारने की आज्ञा दी थी ?

उत्तर का संदर्भ:- इस पर हनन्याह महायाजक ने उनको जो उसके पास खड़े थे, उसके मुँह पर थप्पड़ मारने की आज्ञा दी। (प्रेरितों के काम 23ः02)

#8. पौलुस के विरूद्ध जिन्होंने षड्यन्त्र रचा और शपथ खाई थी उन्होंने किसके पास जाकर कहा कि ‘‘हम ने यह ठान लिया है कि जब तक हम पौलुस को मार न डालें, तब तक यदि कुछ चखें भी तो हम पर धिक्कार है ?

उत्तर का संदर्भ:- उन्होंने प्रधान याजकों और पुरनियों के पास जाकर कहा, “हम ने यह ठान लिया है कि जब तक हम पौलुस को मार न डालें, तब तक यदि कुछ चखें भी तो हम पर धिक्‍कार है। (प्रेरितों के काम 23ः14)

#9. कौन से वंश के लोग पुनरूत्थान और स्वर्गदूत और आत्मा को मानते थे ?

उत्तर का संदर्भ:- क्योंकि सदूकी तो यह कहते हैं, कि न पुनरुत्थान है, न स्वर्गदूत और न आत्मा है; परन्तु फरीसी इन सब को मानते हैं। (प्रेरितों के काम 23ः08)

#10. पौलुस को प्रभु ने दर्शन में जैसी तू ने यरूशलेम में मेरी गवाही दी है, वैसी ही तुझे और कहा देनी होगी कहा ?

उत्तर का संदर्भ:- उसी रात प्रभु ने उसके पास खड़े होकर कहा, “हे पौलुस, ढाढ़स बाँध; क्योंकि जैसी तू ने यरूशलेम में मेरी गवाही दी, वैसी ही तुझे रोम में भी गवाही देनी होगी।” (प्रेरितों के काम 23ः11)

#11. पलटन के सरदार ने जवान को क्या आज्ञा देकर विदा किया था ?

उत्तर का संदर्भ:- तब पलटन के सरदार ने जवान को यह आज्ञा देकर विदा किया, “किसी से न कहना कि तू ने मुझ को ये बातें बताई हैं।” (प्रेरितों के काम 23ः22)

#12. पलटन के सरदार ने सूबेदारों को बुलाकर दो सौ सैनिक, सत्तर सवार, और दो सौ भालैत पहर रात बीते कहाँ जाने के लिये तैयार रखो कहा ?

उत्तर का संदर्भ:- तब उसने दो सूबेदारों को बुलाकर कहा, “दो सौ सैनिक, सत्तर सवार, और दो सौ भालैत, पहर रात बीते कैसरिया को जाने के लिये तैयार कर रखो। (प्रेरितों के काम 23ः23)

#13. पलटन के सरदार ने हाकिम को चिट्ठी लिखते समय मैंने पौलुस के विषय में क्या जाना, तब उसे यहूदियों से छुड़ा लिया कहा ?

उत्तर का संदर्भ:- इस मनुष्य को यहूदियों ने पकड़कर मार डालना चाहा, परन्तु जब मैं ने जाना कि रोमी है, तो पलटन लेकर छुड़ा लाया। (प्रेरितों के काम 23ः27)

#14. पलटन के सरदार की आज्ञा से सैनिक पौलुस को लेकर रातों-रात सबसे पहले कहाँ आए थे ?

उत्तर का संदर्भ:- अत: जैसी सैनिकों को आज्ञा दी गई थी, वैसे ही वे पौलुस को लेकर रातों–रात अन्तिपत्रिस में आए। (प्रेरितों के काम 23ः31)

#15. हाकिम ने चिट्ठी पढ़कर सबसे पहले पौलुस के विषय क्या पूछा था ?

उत्तर का संदर्भ:- उसने चिट्ठी पढ़कर पूछा, “यह किस प्रान्त का है?” और जब जान लिया कि किलिकिया का है। (प्रेरितों के काम 23ः34)

#16. महासभा में कौन से दल के लोग खड़े हुए और यह कहकर झगड़ने लगे, ‘‘हम इस मनुष्य में अर्थात पौलुस में कोई बुराई नहीं पाते ?

उत्तर का संदर्भ:- तब बड़ा हल्‍ला मचा और कुछ शास्त्री जो फरीसियों के दल के थे, उठ खड़े हुए और यह कहकर झगड़ने लगे, “हम इस मनुष्य में कोई बुराई नहीं पाते, और यदि कोई आत्मा या स्वर्गदूत उससे बोला है तो फिर क्या?”(प्रेरितों के काम 23ः09)

#17. पौलुस ने महासभा की ओर टकटकी लगाकर देखा और ‘‘हे भाइयों, मैं ने आज तक परमेश्वर के लिये बिलकुल कैसा जीवन बिताया कहा ?

उत्तर का संदर्भ:- पौलुस ने महासभा की ओर टकटकी लगाकर देखा और कहा, “हे भाइयो, मैं ने आज तक परमेश्‍वर के लिये बिलकुल सच्‍चे विवेक से जीवन बिताया है।” (प्रेरितों के काम 23ः01)

#18. हाकिम ने पौलुस को मैं तेरा मुकद्दमा कब करूँगा कहा ?

उत्तर का संदर्भ:- तो उससे कहा, “जब तेरे मुद्दई भी आएँगे, तो मैं तेरा मुक़द्दमा करूँगा।” और उसने उसे हेरोदेस के किले में पहरे में रखने की आज्ञा दी। (प्रेरितों के काम 23ः35)

#19. कौन से वंश के लोग कहते थे कि न पुनरूत्थान है, न स्वर्गदूत और न आत्मा है ?

उत्तर का संदर्भ:- क्योंकि सदूकी तो यह कहते हैं, कि न पुनरुत्थान है, न स्वर्गदूत और न आत्मा है; परन्तु फरीसी इन सब को मानते हैं। (प्रेरितों के काम 23ः08)

#20. पौलुस महासभा में मैं कौन से वंश का हूँ कहा ?

उत्तर का संदर्भ:- तब पौलुस ने यह जानकर कि एक दल सदूकियों और दूसरा फरीसियों का है, सभा में पुकारकर कहा, “हे भाइयो, मैं फरीसी और फरीसियों के वंश का हूँ, मरे हुओं की आशा और पुनरुत्थान के विषय में मेरा मुक़द्दमा हो रहा है।” (प्रेरितों के काम 23ः06)

#21. पौलुस को जिस महासभा में पेश किया गया था वहाँ कौन-कौन से दल थे ?

उत्तर का संदर्भ:- तब पौलुस ने यह जानकर कि एक दल सदूकियों और दूसरा फरीसियों का है, सभा में पुकारकर कहा, “हे भाइयो, मैं फरीसी और फरीसियों के वंश का हूँ, मरे हुओं की आशा और पुनरुत्थान के विषय में मेरा मुक़द्दमा हो रहा है।” (प्रेरितों के काम 23ः06)

#22. हाकिम ने पौलुस को कहाँ पहरे में रखने की आज्ञा दी थी ?

उत्तर का संदर्भ:- तो उससे कहा, “जब तेरे मुद्दई भी आएँगे, तो मैं तेरा मुक़द्दमा करूँगा।” और उसने उसे हेरोदेस के किले में पहरे में रखने की आज्ञा दी। (प्रेरितों के काम 23ः35)

#23. पौलुस ने सूबेदारों में से एक को अपने पास बुलाकर एक जवान को किसके पास ले जाने के लिये कहा ?

उत्तर का संदर्भ:- पौलुस ने सूबेदारों में से एक को अपने पास बुलाकर कहा, “इस जवान को पलटन के सरदार के पास ले जाओ, यह उससे कुछ कहना चाहता है।” (प्रेरितों के काम 23ः17)

#24. महासभा के बाद पौलुस को प्रभु ने कब दर्शन दिया था ?

उत्तर का संदर्भ:- उसी रात प्रभु ने उसके पास खड़े होकर कहा, “हे पौलुस, ढाढ़स बाँध; क्योंकि जैसी तू ने यरूशलेम में मेरी गवाही दी, वैसी ही तुझे रोम में भी गवाही देनी होगी।” (प्रेरितों के काम 23ः11)

#25. पौलुस को किसने संदेश दिया कि यहूदी लोग उसके घात में है ?

उत्तर का संदर्भ:- पौलुस के भांजे ने सुना कि वे उसकी घात में हैं, तो गढ़ में जाकर पौलुस को सन्देश दिया। (प्रेरितों के काम 23ः16)

#26. महासभा में जब बहुत झगड़ा हुआ तो पलटन के सरदार ने पलटन को पौलुस को कहाँ ले जाने की आज्ञा दी ?

उत्तर का संदर्भ:- जब बहुत झगड़ा हुआ, तो पलटन के सरदार ने इस डर से कि वे पौलुस के टुकड़े टुकड़े न कर डालें, पलटन को आज्ञा दी कि उतरकर उसको उनके बीच में से जबरदस्ती निकालें, और गढ़ में ले जाएँ। (प्रेरितों के काम 23ः10)

#27. पौलुस ने क्या कहा तब फरीसियों और सदूकियों में झगड़ा होने लगा, और सभा में फूट पड़ गई थी ?

उत्तर का संदर्भ:- जब उसने यह बात कही तो फरीसियों और सदूकियों में झगड़ा होने लगा; और सभा में फूट पड़ गई। (प्रेरितों के काम 23ः07)

#28. यहूदियों ने षड्‍यन्त्र रचा और क्या शपथ खाई थी ?

उत्तर का संदर्भ:- जब दिन हुआ तो यहूदियों ने षड्‍यन्त्र रचा और शपथ खाई कि जब तक हम पौलुस को मार न डालें, तब तक खाएँ या पीएँ तो हम पर धिक्‍कार। (प्रेरितों के काम 23ः12)

#29. पलटन के सरदार ने हाकिम को चिट्ठी लिखते समय यहूदी लोग किस बात के लिये पौलुस को दोष लगाते हैं कहा ?

उत्तर का संदर्भ:- तब मैं ने जान लिया कि वे अपनी व्यवस्था के विवादों के विषय में उस पर दोष लगाते हैं, परन्तु मार डाले जाने या बाँधे जाने के योग्य उसमें कोई दोष नहीं। (प्रेरितों के काम 23ः29)

#30. पौलुस को जिस महासभा में पेश किया गया था वहाँ कितने दल थे ?

उत्तर का संदर्भ:- तब पौलुस ने यह जानकर कि एक दल सदूकियों और दूसरा फरीसियों का है, सभा में पुकारकर कहा, “हे भाइयो, मैं फरीसी और फरीसियों के वंश का हूँ, मरे हुओं की आशा और पुनरुत्थान के विषय में मेरा मुक़द्दमा हो रहा है।”(प्रेरितों के काम 23ः06)

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