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यीशु मसीह की पहिचान एवं सामर्थ्य में बढ़ने के लिये सहायता

कुलुस्सियों अध्याय 02 प्रश्नोत्तरी प्रश्न और उत्तर | Colossians Chapter 02 Quiz Questions And Answers

उत्पत्ति अध्याय 17 प्रश्नोत्तरी प्रश्न और उत्तर

मेरे प्रिय भाई और बहनों, हमारी गुजारिश है कि आप बाईबल क्विज अटेंड करने से पहले एक बार इस चैप्टर का अध्ययन जरूर कर लें। बाईबल क्विज के माध्यम से हमारा उद्देश्य आपको परमेश्वर के वचन को पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना है ताकि आप परमेश्वर और उसके ज्ञान को जान और समझ सके। हमारा पूर्ण विश्वास है कि आप निश्चित रूप से आशीषित होंगे। कृपया नीचे दिए गए फिनिश ऑप्शन पर क्लिक करने से पहले सभी प्रश्न अटेंड करना अनिवार्य है। हम आपको शुभकामनाएं देते हैं।

 

#1. पौलुस कुलुस्सियों के विश्वासियों को यद्यपि मैं शरीर के भाव से तुमसे दूर हूँ तौभी कौन से भाव से तुम्हारे निकट हूँ कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- क्योंकि मैं यदि शरीर के भाव से तुम से दूर हूं, तौभी आत्मिक भाव से तुम्हारे निकट हूं, और तुम्हारे विधि-अनुसार चरित्र और तुम्हारे विश्वास की जो मसीह में है दृढ़ता देखकर प्रसन्न होता हूं॥ (कुलुस्सियों 02ः05)

#2. पौलुस कुलुस्सियों की कलीसिया को कोई मनुष्य किसकी पूजा करके तुम्हें दौड़ के प्रतिफल से वंचित न करे कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- कोई मनुष्य दीनता और स्वर्गदूतों की पूजा करके तुम्हें दौड़ के प्रतिफल से वंचित न करे। ऐसा मनुष्य देखी हुई बातों में लगा रहता है और अपनी शारीरिक समझ पर व्यर्थ फूलता है। (कुलुस्सियों 02ः18)

#3. पौलुस कुलुस्सियों के विश्वासियों को कौन सी शिक्षा से चौकस रहो कहते हैं कि तुम्हें उस तत्व-ज्ञान और व्यर्थ धोखे के द्वारा अपना अहेर न बना ले ?

उत्तर का संदर्भ:- चौकस रहो कि कोई तुम्हें उस तत्व-ज्ञान और व्यर्थ धोखे के द्वारा अहेर न करे ले, जो मनुष्यों के परम्पराई मत और संसार की आदि शिक्षा के अनुसार हैं, पर मसीह के अनुसार नहीं। (कुलुस्सियों 02ः08)

#4. पौलुस कुलुस्सियों के विश्वासियों को तुम मसीह के साथ किसकी ओर से मर गए हो कहा ?

उत्तर का संदर्भ:- जब कि तुम मसीह के साथ संसार की आदि शिक्षा की ओर से मर गए हो, तो फिर उन के समान जो संसार में जीवन बिताते हैं मनुष्यों की आज्ञाओं और शिक्षानुसार (कुलुस्सियों 02ः20)

#5. इस वचन को पूरा करें – ‘‘और उसी में जड़ पकड़ते और बढ़ते जाओ, और जैसे तुम सिखाए गये हो वैसे ही विश्वास में ………….होते जाओ, और अधिकाधिक ……………..करते रहो।’’

उत्तर का संदर्भ:- और उसी में जड़ पकड़ते और बढ़ते जाओ; और जैसे तुम सिखाए गए वैसे ही विश्वास में दृढ़ होते जाओ, और अत्यन्त धन्यवाद करते रहो॥ (कुलुस्सियों 02ः07)

#6. इस वचन को पूरा करें – ‘‘विधियों का वह लेख जो हमारे नाम पर और हमारे ……….. में था मिटा डाला, और उसे क्रूस पर ………… से जड़कर सामने से हटा दिया है।’’

उत्तर का संदर्भ:- और विधियों का वह लेख जो हमारे नाम पर और हमारे विरोध में था मिटा डाला; और उस को क्रूस पर कीलों से जड़ कर साम्हने से हटा दिया है। (कुलुस्सियों 02ः14)

#7. इस वचन को पूरा करें – ‘‘उसने प्रधानताओं और…………..को ऊपर से उतारकर उनका खुल्लमखुल्ला तमाशा बनाया और क्रूस के द्वारा उन पर ……….. की ध्वनि सुनाई।’’

उत्तर का संदर्भ:- और उस ने प्रधानताओं और अधिक्कारों को अपने ऊपर से उतार कर उन का खुल्लमखुल्ला तमाशा बनाया और क्रूस के कारण उन पर जय-जय-कार की ध्वनि सुनाई॥ (कुलुस्सियों 02ः15)

#8. पौलुस कुलुस्सियों के विश्वासियों को तुम यीशु मसीह में भरपुर हो गये हो जो सारी प्रधानता और अधिकार का क्या है कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- और तुम उसी में भरपूर हो गए हो जो सारी प्रधानता और अधिकार का शिरोमणि है। (कुलुस्सियों 02ः10)

#9. पौलुस कुलुस्सियों के विश्वासियों को जैसे तुम ने मसीह यीशु को प्रभु करके ग्रहण कर लिया है, वैसे ही क्या करते रहो कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- सो जैसे तुम ने मसीह यीशु को प्रभु करके ग्रहण कर लिया है, वैसे ही उसी में चलते रहो। (कुलुस्सियों 02ः06)

#10. पौलुस कुलुस्सियों की कलीसिया और लौदीकिया के विश्वासियों और उन सब के लिये जिन्होंने पौलुस का शारीरिक मुंह नहीं देखा है उनके लिये क्या करता था ?

उत्तर का संदर्भ:- मैं चाहता हूं कि तुम जान लो, कि तुम्हारे और उन के जो लौदीकिया में हैं, और उन सब के लिये जिन्हों ने मेरा शारीरिक मुंह नहीं देखा मैं कैसा परिश्रम करता हूं। (कुलुस्सियों 02ः01)

#11. कुलुस्सियों 02 अध्याय के अनुसार किसमें बुद्धि और ज्ञान के सारे भण्डार छिपे हुये हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- जिस में बुद्धि और ज्ञान से सारे भण्डार छिपे हुए हैं। (कुलुस्सियों 02ः03)

#12. इस वचन को पूरा करें – ‘‘क्योंकि उसमें अर्थात यीशु मसीह में ………….की सारी परिपूर्णता सदेह वास करती है।’’

उत्तर का संदर्भ:- क्योंकि उस में ईश्वरत्व की सारी परिपूर्णता सदेह वास करती है। (कुलुस्सियों 02ः09)

#13. पौलुस कुलुस्सियों के विश्वासियों को खाने-पीने या पर्व या नए चाँद, या सब्त के विषय में तुम्हारा कोई क्या न करें कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- इसलिये खाने पीने या पर्व या नए चान्द, या सब्तों के विषय में तुम्हारा कोई फैसला न करे। (कुलुस्सियों 02ः16)

#14. पौलुस कुलुस्सियों की कलीसिया और लौदीकिया के विश्वासियों को इनमें से क्या प्राप्त हो जाए इसलिये परिश्रम करते थे ?

उत्तर का संदर्भ:- ताकि उन के मनों में शान्ति हो और वे प्रेम से आपस में गठे रहें, और वे पूरी समझ का सारा धन प्राप्त करें, और परमेश्वर पिता के भेद को अर्थात मसीह को पहिचान लें। (कुलुस्सियों 02ः02)

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