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01 थिस्सलुनीकियों अध्याय 03 प्रश्नोत्तरी प्रश्न और उत्तर | 01 Thessalonians Chapter 03 Quiz Questions And Answers

उत्पत्ति अध्याय 17 प्रश्नोत्तरी प्रश्न और उत्तर

मेरे प्रिय भाई और बहनों, हमारी गुजारिश है कि आप बाईबल क्विज अटेंड करने से पहले एक बार इस चैप्टर का अध्ययन जरूर कर लें। बाईबल क्विज के माध्यम से हमारा उद्देश्य आपको परमेश्वर के वचन को पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना है ताकि आप परमेश्वर और उसके ज्ञान को जान और समझ सके। हमारा पूर्ण विश्वास है कि आप निश्चित रूप से आशीषित होंगे। कृपया नीचे दिए गए फिनिश ऑप्शन पर क्लिक करने से पहले सभी प्रश्न अटेंड करना अनिवार्य है। हम आपको शुभकामनाएं देते हैं।

 

#1. 01 थिस्सलुनीकियों 03 अध्याय के अनुसार पौलुस थिस्सलुनीकियों की कलीसिया को क्योंकि अब यदि तुम प्रभु में क्या रहो तो हम जीवित हैं कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- क्योंकि अब यदि तुम प्रभु में स्थिर रहो तो हम जीवित हैं। (01 थिस्सलुनीकियों 03ः08)

#2. 01 थिस्सलुनीकियों 03 अध्याय के अनुसार पौलुस और उसके साथी थिस्सलुनीकियों के विश्वासियों के लिये रात-दिन बहुत ही प्रार्थना किसलिये करते थे ?

उत्तर का संदर्भ:- हम रात दिन बहुत ही प्रार्थना करते रहते हैं, कि तुम्हारा मुंह देखें, और तुम्हारे विश्वास की घटी पूरी करें॥ (01 थिस्सलुनीकियों 03ः10)

#3. 01 थिस्सलुनीकियों 03 अध्याय के अनुसार पौलुस और उसके साथी जब तीमुथियुस को थिस्सलुनीकियों की कलीसिया के पास भेजा गया था तब वे अकेले कहाँ रह गये थे ?

उत्तर का संदर्भ:- इसलिये जब हम से और भी न रहा गया, तो हम ने यह ठहराया कि एथेन्स में अकेले रह जाएं। (01 थिस्सलुनीकियों 03ः01)

#4. 01 थिस्सलुनीकियों 03 अध्याय के अनुसार जब पौलुस और उसके साथी थिस्सलुनीके में थे तो वहाँ के विश्वासियों को क्या कहा करते थे ?

उत्तर का संदर्भ:- क्योंकि पहिले भी, जब हम तुम्हारे यहां थे, तो तुम से कहा करते थे, कि हमें क्लेश उठाने पड़ेंगे, और ऐसा ही हुआ है, और तुम जानते भी हो। (01 थिस्सलुनीकियों 03ः04)

#5. 01 थिस्सलुनीकियों 03 अध्याय के अनुसार पौलुस और उसके साथी थिस्सलुनीकियों के विश्वासियों को प्रभु ऐसा करे कि जैसा हम तुम से प्रेम रखते हैं, वैसा ही तुम्हारा प्रेम भी आपस में और सब मनुष्यों के साथ बढ़े और क्या करता जाए कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- और प्रभु ऐसा करे, कि जैसा हम तुम से प्रेम रखते हैं; वैसा ही तुम्हारा प्रेम भी आपस में, और सब मनुष्यों के साथ बढ़े, और उन्नति करता जाए। (01 थिस्सलुनीकियों 03ः12)

#6. 01 थिस्सलुनीकियों 03 अध्याय के अनुसार जब पौलुस को और रह न गया, तो किसे थिस्सलुनीके के विश्वासियों के विश्वास का हाल जानने के लिये भेजा था ?

उत्तर का संदर्भ:- पर अभी तीमुथियुस ने जो तुम्हारे पास से हमारे यहां आकर तुम्हारे विश्वास और प्रेम का सुसमाचार सुनाया और इस बात को भी सुनाया, कि तुम सदा प्रेम के साथ हमें स्मरण करते हो, और हमारे देखने की लालसा रखते हो, जैसा हम भी तुम्हें देखने की। (01 थिस्सलुनीकियों 03ः06)

#7. 01 थिस्सलुनीकियों 03 अध्याय के अनुसार पौलुस थिस्सलुनीकियों की कलीसिया को ‘‘हे भाईयों हम ने अपने सारे दुःख और क्लेश में तुम्हारे विश्वास से तुम्हारे विषय में क्या पाई है कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- इसलिये हे भाइयों, हम ने अपनी सारी सकेती और क्लेश में तुम्हारे विश्वास से तुम्हारे विषय में शान्ति पाई। (01 थिस्सलुनीकियों 03ः07)

#8. 01 थिस्सलुनीकियों 03 अध्याय के अनुसार जब तीमुथियुस थिस्सलुनीके के विश्वासियों के पास से वापस पौलुस के पास आया तब थिस्सलुनीके के विश्वासियों के विषय में क्या सुसमाचार सुनाया था ?

उत्तर का संदर्भ:- पर अभी तीमुथियुस ने जो तुम्हारे पास से हमारे यहां आकर तुम्हारे विश्वास और प्रेम का सुसमाचार सुनाया और इस बात को भी सुनाया, कि तुम सदा प्रेम के साथ हमें स्मरण करते हो, और हमारे देखने की लालसा रखते हो, जैसा हम भी तुम्हें देखने की। (01 थिस्सलुनीकियों 03ः06)

#9. 01 थिस्सलुनीकियों 03 अध्याय के अनुसार पौलुस और उसके साथी ने तीमुथियुस को थिस्सलुनीकियों की कलीसिया में क्यों भेजे थे ?

उत्तर का संदर्भ:- और हम ने तीमुथियुस को जो मसीह के सुसमाचार में हमारा भाई, और परमेश्वर का सेवक है, इसलिये भेजा, कि वह तुम्हें स्थिर करे; और तुम्हारे विश्वास के विषय में तुम्हें समझाए। (01 थिस्सलुनीकियों 03ः02)

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