Masih Jeevan

यीशु मसीह की पहिचान एवं सामर्थ्य में बढ़ने के लिये सहायता

याकूब अध्याय 3 प्रश्नोत्तरी प्रश्न और उत्तर | James Chapter 3 Quiz Questions And Answers

01 कुरिन्थियों अध्याय 05 प्रश्नोत्तरी प्रश्न और उत्तर

मेरे प्रिय भाई और बहनों, हमारी हृदय से गुजारिश है कि आप बाईबल क्विज अटेंड करने से पहले एक बार इस चैप्टर का अध्ययन जरूर कर लें। बाईबल क्विज के माध्यम से हमारा उद्देश्य आपको परमेश्वर के वचन को पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना है ताकि आप परमेश्वर और उसके ज्ञान को जान और समझ सके। हमारा पूर्ण विश्वास है कि आप निश्चित रूप से आशीषीत होंगे। कृपया नीचे दिए गए फिनिश ऑप्शन पर क्लिक करने से पहले सभी प्रश्न अटेंड करना अनिवार्य है। हम आपको शुभकामनाएं देते हैं।

 

#1. याकूब तुम से बहुत उपदेशक क्यों न बने कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- हे मेरे भाइयों, तुम में से बहुत उपदेशक न बनें, क्योंकि जानते हो, कि हम उपदेशक और भी दोषी ठहरेंगे। (याकूब 02:01)

#2. याकूब 03 अध्याय के अनुसार मनुष्य अपने अंगों में से किसे वश में नहीं कर सकता है ?

उत्तर का संदर्भ:- पर जीभ को मनुष्यों में से कोई वश में नहीं कर सकता; वह एक ऐसी बला है जो कभी रुकती ही नहीं; वह प्राण नाशक विष से भरी हुई है। (याकूब 03:08)

#3. याकूब 03 अध्याय के अनुसार सारी देह पर कलंक लगाती है, और जीवन-गति में आग लगा देती है कौन से अंग के विषय में कहा गया है ?

उत्तर का संदर्भ:- जीभ भी एक आग है: जीभ हमारे अंगों में अधर्म का एक लोक है और सारी देह पर कलंक लगाती है, और भवचक्र में आग लगा देती है और नरक कुण्ड की आग से जलती रहती है। (याकूब 03:06)

#4. याकूब 03 अध्याय के अनुसार एक बड़े जहाज को मांझी अपने इच्छा के अनुसार किसके द्वारा घुमाता है ?

उत्तर का संदर्भ:- देखो, जहाज भी, यद्यपि ऐसे बड़े होते हैं, और प्रचण्ड वायु से चलाए जाते हैं, तौभी एक छोटी सी पतवार के द्वारा मांझी की इच्छा के अनुसार घुमाए जाते हैं। (याकूब 03:04)

#5. याकूब 03 अध्याय के अनुसार मनुष्य इनमें से किसे वश में कर लिया है ?

उत्तर का संदर्भ:- क्योंकि हर प्रकार के बन-पशु, पक्षी, और रेंगने वाले जन्तु और जलचर तो मनुष्य जाति के वश में हो सकते हैं और हो भी गए हैं। (याकूब 03:07)

#6. याकूब 03 अध्याय के अनुसार यदि तुम अपने-अपने मन में कड़वी डाह और विरोध रखते हो तो यह ज्ञान कैसा है ?

उत्तर का संदर्भ:- पर यदि तुम अपने अपने मन में कड़वी डाह और विरोध रखते हो, तो सत्य के विरोध में घमण्ड न करना, और न तो झूठ बोलना। यह ज्ञान वह नहीं, जो ऊपर से उतरता है वरन सांसारिक, और शारीरिक, और शैतानी है। (याकूब 03:14-15)

#7. याकूब 03 अध्याय के अनुसार मनुष्य घोड़ों को कैसे वश में करता है ?

उत्तर का संदर्भ:- जब हम अपने वश में करने के लिये घोड़ों के मुंह में लगाम लगाते हैं, तो हम उन की सारी देह को भी फेर सकते हैं। (याकूब 03:03)

#8. याकूब हे मेरे भाईयो, क्या अंजीर के पेड़ में जैतून, या दाख की लता में अंजीर लग सकते हैं ? वैसे ही खारे सोते से क्या नहीं निकल सकता कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- क्या सोते के एक ही मुंह से मीठा और खारा जल दोनों निकलते हैं? हे मेरे भाइयों, क्या अंजीर के पेड़ में जैतून, या दाख की लता में अंजीर लग सकते हैं? वैसे ही खारे सोते से मीठा पानी नहीं निकल सकता॥ (याकूब 03:12)

#9. याकूब 03 अध्याय के अनुसार सिद्ध मनुष्य कौन है ?

उत्तर का संदर्भ:- इसलिये कि हम सब बहुत बार चूक जाते हैं: जो कोई वचन में नहीं चूकता, वही तो सिद्ध मनुष्य है; और सारी देह पर भी लगाम लगा सकता है। (याकूब 03:02)

#10. याकूब 03 अध्याय में एक ही मुंह से क्या दोनो निकलते हैं, हे मेरे भाईयों, ऐसा नहीं होना चाहिये किस विषय में कहा है ?

उत्तर का संदर्भ:- एक ही मुंह से धन्यवाद और श्राप दोनों निकलते हैं। (याकूब 03:10)

#11. याकूब 03 अध्याय के अनुसार जो ज्ञान ऊपर से आता है वह कैसा होता है ?

उत्तर का संदर्भ:- पर जो ज्ञान ऊपर से आता है वह पहिले तो पवित्र होता है फिर मिलनसार, कोमल और मृदुभाव और दया, और अच्छे फलों से लदा हुआ और पक्षपात और कपट रहित होता है। (याकूब 03:17)

#12. याकूब 03 अध्याय के अनुसार मनुष्य के अंगो में अधर्म का लोक किसे कहा गया है ?

उत्तर का संदर्भ:- जीभ भी एक आग है: जीभ हमारे अंगों में अधर्म का एक लोक है और सारी देह पर कलंक लगाती है, और भवचक्र में आग लगा देती है और नरक कुण्ड की आग से जलती रहती है। (याकूब 03:06)

#13. याकूब मिलाप कराने वाले धार्मिकता का फल किसके साथ बोते हैं कहते है ?

उत्तर का संदर्भ:- और मिलाप कराने वालों के लिये धामिर्कता का फल मेल-मिलाप के साथ बोया जाता है॥ (याकूब 03:18)

#14. याकूब 03 अध्याय के अनुसार जहाँ डाह और विरोध होता है, वहाँ और क्या होता है ?

उत्तर का संदर्भ:- इसलिये कि जहां डाह और विरोध होता है, वहां बखेड़ा और हर प्रकार का दुष्कर्म भी होता है। (याकूब 03:16)

Previous
Finish

Results

Congratulation…! You are Passed

Sorry…! Better Luck Next Time

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *