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इफिसियों अध्याय 5 प्रश्नोत्तरी प्रश्न और उत्तर | Ephesians Chapter 5 Quiz Questions And Answers

उत्पत्ति अध्याय 17 प्रश्नोत्तरी प्रश्न और उत्तर

मेरे प्रिय भाई और बहनों, हमारी गुजारिश है कि आप बाईबल क्विज अटेंड करने से पहले एक बार इस चैप्टर का अध्ययन जरूर कर लें। बाईबल क्विज के माध्यम से हमारा उद्देश्य आपको परमेश्वर के वचन को पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना है ताकि आप परमेश्वर और उसके ज्ञान को जान और समझ सके। हमारा पूर्ण विश्वास है कि आप निश्चित रूप से आशीषित होंगे। कृपया नीचे दिए गए फिनिश ऑप्शन पर क्लिक करने से पहले सभी प्रश्न अटेंड करना अनिवार्य है। हम आपको शुभकामनाएं देते हैं।

 

#1. इफिसियों 05 अध्याय के अनुसार जो सब कुछ को प्रगट करता है वह क्या है ?

उत्तर का संदर्भ:- पर जितने कामों पर उलाहना दिया जाता है वे सब ज्योति से प्रगट होते हैं, क्योंकि जो सब कुछ को प्रगट करता है, वह ज्योति है। (इफिसियों 05:13)

#2. पौलुस तुम में से हर एक अपनी पत्नी से कैसा प्रेम रखे कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- पर तुम में से हर एक अपनी पत्नी से अपने समान प्रेम रखे, और पत्नी भी अपने पति का भय माने॥ (इफिसियों 05:33)

#3. इफिसियों 05 अध्याय के अनुसार जैसे कलीसिया मसीह के अधीन है, वैसे ही पत्नियां भी हर बात में किसके अधीन रहना चाहिये ?

उत्तर का संदर्भ:- पर जैसे कलीसिया मसीह के आधीन है, वैसे ही पत्नियां भी हर बात में अपने अपने पति के आधीन रहें। (इफिसियों 05:24)

#4. इस वचन को पूरा करें – “अवसर को ……समझो, क्योंकि …….. बुरे हैं”

उत्तर का संदर्भ:- और अवसर को बहुमोल समझो, क्योंकि दिन बुरे हैं। (इफिसियों 05:16)

#5. पौलुस तुम तो पहले अंधकार थे परन्तु अब प्रभु में ज्योति हो, अतः किसके समान चलो कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- क्योंकि तुम तो पहले अन्धकार थे परन्तु अब प्रभु में ज्योति हो, सो ज्योति की सन्तान की नाईं चलो। (इफिसियों 05:08)

#6. पौलुस इफिसियों 05 अध्याय में क्या परखने के लिये कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- और यह परखो, कि प्रभु को क्या भाता है। (इफिसियों 05:10)

#7. इफिसियों 05 अध्याय के अनुसार ज्योति के फल क्या-क्या है ?

उत्तर का संदर्भ:- (क्योंकि ज्योति का फल सब प्रकार की भलाई, और धामिर्कता, और सत्य है)। (इफिसियों 05:09)

#8. पौलुस मसीह के भय से एक दूसरे के क्या रहो कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- और मसीह के भय से एक दूसरे के आधीन रहो॥ (इफिसियों 05:21)

#9. पौलुस प्रेम में चलो जैसे मसीह ने भी तुम से प्रेम किया, और हमारे लिये अपने आपको किसके लिये परमेश्वर के आगे भेंट करके बलिदान कर दिया कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- और प्रेम में चलो; जैसे मसीह ने भी तुम से प्रेम किया; और हमारे लिये अपने आप को सुखदायक सुगन्ध के लिये परमेश्वर के आगे भेंट करके बलिदान कर दिया। (इफिसियों 05:02)

#10. पौलुस किसके समान परमेश्वर का अनुकरण करने के लिसे प्रोत्साहित करते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- इसलिये प्रिय, बालकों की समान परमेश्वर के सदृश बनो। (इफिसियों 05:01)

#11. पौलुस इफिसियों के विश्वासियों को जैसा पवित्र लोगों के योग्य है वैसा तुम में किस बात की चर्चा तक न हो कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- और जैसा पवित्र लोगों के योग्य है, वैसा तुम में व्यभिचार, और किसी प्रकार अशुद्ध काम, या लोभ की चर्चा तक न हो। (इफिसियों 05:03)

#12. पौलुस, किसी ने कभी अपने शरीर से बैर नहीं रखा वरन् उसका क्या करता है, जैसा मसीह भी कलीसिया के साथ करता है कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- क्योंकि किसी ने कभी अपने शरीर से बैर नहीं रखा वरन उसका पालन-पोषण करता है, जैसा मसीह भी कलीसिया के साथ करता है (इफिसियों 05:29)

#13. पौलुस कोई तुम्हें व्यर्थ बातों से धोखा न दे, क्योंकि इन ही कामों के कारण परमेश्वर का क्रोध किस पर भड़कता है कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- कोई तुम्हें व्यर्थ बातों से धोखा न दे; क्योंकि इन ही कामों के कारण परमेश्वर का क्रोध आज्ञा ने मानने वालों पर भड़कता है। (इफिसियों 05:06)

#14. मसीह अपनी कलीसिया को एक ऐसी तेजस्वी कलीसिया बनाकर अपने पास खड़ी करना चाहते हैं जिसमें क्या-क्या न हो और कैसी कलीसिया हो ?

उत्तर का संदर्भ:- और उसे एक ऐसी तेजस्वी कलीसिया बना कर अपने पास खड़ी करे, जिस में न कलंक, न झुर्री, न कोई ऐसी वस्तु हो, वरन पवित्र और निर्दोष हो। (इफिसियों 05:27)

#15. पौलुस दाखरस से मतवाले न बनो, क्योंकि इससे लुचपन होता है, पर किससे परिपूर्ण होते जाओ कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- और दाखरस से मतवाले न बनो, क्योंकि इस से लुचपन होता है, पर आत्मा से परिपूर्ण होते जाओ। (इफिसियों 05:18)

#16. पौलुस सदा सब बातों के लिये हमारे प्रभु यीशु मसीह के नाम से परमेश्वर पिता का क्या करते रहो कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- और सदा सब बातों के लिये हमारे प्रभु यीशु मसीह के नाम से परमेश्वर पिता का धन्यवाद करते रहो। (इफिसियों 05:20)

#17. इफिसियों 05 अध्याय के अनुसार कैसे मनुष्यों की मसीह और परमेश्वर के राज्य में मीरास नहीं है ?

उत्तर का संदर्भ:- क्योंकि तुम यह जानते हो, कि किसी व्यभिचारी, या अशुद्ध जन, या लोभी मनुष्य की, जो मूरत पूजने वाले के बराबर है, मसीह और परमेश्वर के राज्य में मीरास नहीं। (इफिसियों 05:05)

#18. इफिसियों 05 अध्याय के अनुसार पत्नी का सिर कौन है ?

उत्तर का संदर्भ:- क्योंकि पति पत्नी का सिर है जैसे कि मसीह कलीसिया का सिर है; और आप ही देह का उद्धारकर्ता है। (इफिसियों 05:23)

#19. इस वचन को पूरा करें – “अन्धकार के निष्फल कामों में …….. न हो, वरन उन पर उलाहना दो।”

उत्तर का संदर्भ:- और अन्धकार के निष्फल कामों में सहभागी न हो, वरन उन पर उलाहना दो। (इफिसियों 05:11)

#20. इस वचन को पूरा करें – “इसलिये ध्यान से देखों, की कैसी चाल चलते हो: ………के समान नहीं पर ……….के समान चलो”

#21. इफिसियों के 05 अध्याय के अनुसार पति अपनी अपनी पत्नी से किसके समान प्रेम करें ?

उत्तर का संदर्भ:- इसी प्रकार उचित है, कि पति अपनी अपनी पत्नी से अपनी देह के समान प्रेम रखें। जो अपनी पत्नी से प्रेम रखता है, वह अपने आप से प्रेम रखता है। (इफिसियों 05:28)

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