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यीशु मसीह की पहिचान एवं सामर्थ्य में बढ़ने के लिये सहायता

यूहन्ना अध्याय 17 प्रश्नोत्तरी प्रश्न और उत्तर | John Chapter 17 Quiz Questions And Answers

प्रेरितों के काम अध्याय 23 प्रश्नोत्तरी प्रश्न और उत्तर

मेरे प्रिय भाई और बहनों, हमारी गुजारिश है कि आप बाईबल क्विज अटेंड करने से पहले एक बार इस चैप्टर का अध्ययन जरूर कर लें। बाईबल क्विज के माध्यम से हमारा उद्देश्य आपको परमेश्वर के वचन को पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना है ताकि आप परमेश्वर और उसके ज्ञान को जान और समझ सके। हमारा पूर्ण विश्वास है कि आप निश्चित रूप से आशीषित होंगे। कृपया नीचे दिए गए फिनिश ऑप्शन पर क्लिक करने से पहले सभी प्रश्न अटेंड करना अनिवार्य है। हम आपको शुभकामनाएं देते हैं।

 

#1. यीशु अपने पिता को अपने साथ मेरी महिमा किस महिमा से करने के लिये प्रार्थना करते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- और अब, हे पिता, तू अपने साथ मेरी महिमा उस महिमा से कर जो जगत के होने से पहिले, मेरी तेरे साथ थी। (यूहन्ना 17ः05)

#2. यीशु अपने चेलों के लिये प्रार्थना में किसके द्वारा उन्हें पवित्र कर कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- सत्य के द्वारा उन्हें पवित्र कर: तेरा वचन सत्य है। (यूहन्ना 17ः17)

#3. यूहन्ना 17 अध्याय के अनुसार यीशु अनन्त जीवन किसको देता है ?

उत्तर का संदर्भ:- क्योंकि तू ने उस को सब प्राणियों पर अधिकार दिया, कि जिन्हें तू ने उस को दिया है, उन सब को वह अनन्त जीवन दे। (यूहन्ना 17ः02)

#4. यूहन्ना 17 अध्याय के अनुसार यीशु अपने चेलों के लिये ही विनती नहीं करता, परन्तु किनके लिये भी विनती करता हूँ कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- मैं केवल इन्हीं के लिये बिनती नहीं करता, परन्तु उन के लिये भी जो इन के वचन के द्वारा मुझ पर विश्वास करेंगे, कि वे सब एक हों। (यूहन्ना 17ः20)

#5. यीशु अपने चेलों के लिये प्रार्थना में अपने पिता से ‘‘मैं ने तेरा नाम किन मनुष्यों पर प्रगट किया है कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- मैं ने तेरा नाम उन मनुष्यों पर प्रगट किया जिन्हें तू ने जगत में से मुझे दिया: वे तेरे थे और तू ने उन्हें मुझे दिया और उन्होंने तेरे वचन को मान लिया है। (यूहन्ना 17ः06)

#6. यीशु अपने चेलों के लिये प्रार्थना में “हे पवित्र पिता, अपने उस नाम से जो तू ने मुझे दिया है, उनकी क्या कर कहते हैं कि वे हमारे समान एक हों” ?

उत्तर का संदर्भ:- मैं आगे को जगत में न रहूंगा, परन्तु ये जगत में रहेंगे, और मैं तेरे पास आता हूं; हे पवित्र पिता, अपने उस नाम से जो तू ने मुझे दिया है, उन की रक्षा कर, कि वे हमारी नाईं एक हों। (यूहन्ना 17ः11)

#7. यीशु परमेश्वर पिता को मैं ने पृथ्वी पर तेरी महिमा कैसे की कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- जो काम तू ने मुझे करने को दिया था, उसे पूरा करके मैं ने पृथ्वी पर तेरी महिमा की है। (यूहन्ना 17ः04)

#8. यीशु सभी विश्वासियों के लिये प्रार्थना में हे पिता, मैं चाहता हूँ कि जिन्हें तू ने मुझे दिया है, जहाँ मैं हूँ वहाँ वे भी मेरे साथ क्यों हों कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- हे पिता, मैं चाहता हूं कि जिन्हें तू ने मुझे दिया है, जहां मैं हूं, वहां वे भी मेरे साथ हों कि वे मेरी उस महिमा को देखें जो तू ने मुझे दी है, क्योंकि तू ने जगत की उत्पत्ति से पहिले मुझ से प्रेम रखा। (यूहन्ना 17ः24)

#9. यीशु अपने चेलों के लिये प्रार्थना में, मैं यह विनती नहीं करता कि तू उन्हें जगत से उठा ले, परन्तु क्या विनती करता हूँ कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- मैं यह बिनती नहीं करता, कि तू उन्हें जगत से उठा ले, परन्तु यह कि तू उन्हें उस दुष्ट से बचाए रख। (यूहन्ना 17ः15)

#10. यूहन्ना 17 अध्याय के अनुसार अनन्त जीवन क्या है ?

उत्तर का संदर्भ:- और अनन्त जीवन यह है, कि वे तुझ एकमात्र सच्चे परमेश्वर को और यीशु मसीह को, जिसे तू ने भेजा है, जाने। (यूहन्ना 17ः03)

#11. यीशु अपने चेलों के लिये प्रार्थना में संसार ने उनसे बैर क्यों किया कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- मैं ने तेरा वचन उन्हें पहुंचा दिया है, और संसार ने उन से बैर किया, क्योंकि जैसा मैं संसार का नहीं, वैसे ही वे भी संसार के नहीं। (यूहन्ना 17ः14)

#12. यीशु अपने चेलों के लिये प्रार्थना में क्या सत्य है कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- सत्य के द्वारा उन्हें पवित्र कर: तेरा वचन सत्य है। (यूहन्ना 17ः17)

#13. यीशु अपने चेलों के लिये प्रार्थना में ‘‘जब मैं उनके साथ था, तो मैं ने तेरे उस नाम से, जो तू ने मुझे दिया है उनकी रक्षा की; मैं ने उनकी चौकसी की, और किसको छोड़ उनमें से कोई नष्ट नहीं हुआ कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- जब मैं उन के साथ था, तो मैं ने तेरे उस नाम से, जो तू ने मुझे दिया है, उन की रक्षा की, मैं ने उन की चौकसी की और विनाश के पुत्र को छोड़ उन में से काई नाश न हुआ, इसलिये कि पवित्र शास्त्र की बात पूरी हो। (यूहन्ना 17ः12)

#14. यीशु अपने चेलों के लिये प्रार्थना में अपने पिता से क्या तू ने मुझे दिये, मैं ने उन्हें उनको पहुँचा दिये, और उन्होंने उनको ग्रहण किया कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- क्योंकि जो बातें तू ने मुझे पहुंचा दीं, मैं ने उन्हें उन को पहुंचा दिया और उन्होंने उन को ग्रहण किया: और सच सच जान लिया है, कि मैं तेरी ओर से निकला हूं, और प्रतीति कर ली है कि तू ही ने मुझे भेजा। (यूहन्ना 17ः08)

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