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प्रेरितों के काम अध्याय 09 प्रश्नोत्तरी प्रश्न और उत्तर | Acts Chapter 09 Quiz Questions And Answers

उत्पत्ति अध्याय 17 प्रश्नोत्तरी प्रश्न और उत्तर

मेरे प्रिय भाई और बहनों, हमारी गुजारिश है कि आप बाईबल क्विज अटेंड करने से पहले एक बार इस चैप्टर का अध्ययन जरूर कर लें। बाईबल क्विज के माध्यम से हमारा उद्देश्य आपको परमेश्वर के वचन को पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना है ताकि आप परमेश्वर और उसके ज्ञान को जान और समझ सके। हमारा पूर्ण विश्वास है कि आप निश्चित रूप से आशीषित होंगे। कृपया नीचे दिए गए फिनिश ऑप्शन पर क्लिक करने से पहले सभी प्रश्न अटेंड करना अनिवार्य है। हम आपको शुभकामनाएं देते हैं।

 

#1. हनन्याह ने शाऊल के विषय में बहुतों से क्या सुना था ?

उत्तर का संदर्भ:- हनन्याह ने उत्तर दिया, कि हे प्रभु, मैं ने इस मनुष्य के विषय में बहुतों से सुना है, कि इस ने यरूशलेम में तेरे पवित्र लोगों के साथ बड़ी बड़ी बुराईयां की हैं। (प्रेरितों के काम 09ः13)

#2. पतरस को लुद्दा से बुलाने के लिये कितने मनुष्यो को भेजा गया था ?

उत्तर का संदर्भ:- और इसलिये कि लुद्दा याफा के निकट था, चेलों ने यह सुनकर कि पतरस वहां है दो मनुष्य भेजकर उस ने बिनती की कि हमारे पास आने में देर न कर। (प्रेरितों के काम 09ः38)

#3. लुद्दा में एक मनुष्य कितने वर्ष से खाट पर पड़ा था ?

उत्तर का संदर्भ:- वहां उसे ऐनियास नाम झोले का मारा हुआ एक मनुष्य मिला, जो आठ वर्ष से खाट पर पड़ा था। (प्रेरितों के काम 09ः33)

#4. शाऊल दमिश्क के आराधनालय में क्या प्रचार करने लगा था ?

उत्तर का संदर्भ:- और वह तुरन्त आराधनालयों में यीशु का प्रचार करने लगा, कि वह परमेश्वर का पुत्र है। (प्रेरितों के काम 09ः20)

#5. किस स्थान पर एकाएक आकाश से शाऊल के चारों ओर ज्योति चमकी ?

उत्तर का संदर्भ:- परन्तु चलते चलते जब वह दमिश्क के निकट पहुंचा, तो एकाएक आकाश से उसके चारों ओर ज्योति चमकी। (प्रेरितों के काम 09ः03)

#6. तबीता किस कारण से मर गई थी ?

उत्तर का संदर्भ:- उन्हीं दिनों में वह बीमार होकर मर गई; और उन्होंने उसे नहला कर अटारी पर रख दिया। (प्रेरितों के काम 09ः37)

#7. तबीता कहाँ रहती थी ?

उत्तर का संदर्भ:- याफा में तबीता अर्थात दोरकास नाम एक विश्वासिनी रहती थी, वह बहुतेरे भले भले काम और दान किया करती थी। (प्रेरितों के काम 09ः36)

#8. पतरस को लुद्दा में एक मनुष्य जो लकवे से रोगी था मिला उसका क्या नाम था ?

उत्तर का संदर्भ:- वहां उसे ऐनियास नाम झोले का मारा हुआ एक मनुष्य मिला, जो आठ वर्ष से खाट पर पड़ा था। (प्रेरितों के काम 09ः33)

#9. पतरस याफा में जिसके यहाँ बहुत दिनों तक रूका था उसका क्या व्यवसाय था ?

उत्तर का संदर्भ:- और पतरस याफा में शमौन नाम किसी चमड़े के धन्धा करने वाले के यहां बहुत दिन तक रहा॥ (प्रेरितों के काम 09ः43)

#10. जब शाऊल भूमि पर से उठा तो उसमें कौन सी शारीरिक कमजोरी आ गई थी ?

उत्तर का संदर्भ:- तब शाऊल भूमि पर से उठा, परन्तु जब आंखे खोलीं तो उसे कुछ दिखाई न दिया और वे उसका हाथ पकड़के दमिश्क में ले गए। (प्रेरितों के काम 09ः08)

#11. जब हनन्याह ने शाऊल के लिये प्रार्थना किया तब क्या हुआ था ?

उत्तर का संदर्भ:- और तुरन्त उस की आंखों से छिलके से गिरे, और वह देखने लगा और उठकर बपतिस्मा लिया; फिर भोजन कर के बल पाया॥ (प्रेरितों के काम 09ः18)

#12. शाऊल को प्रधान याजकों की ओर से क्या अधिकार मिला था ?

उत्तर का संदर्भ:- और यहां भी इस को महायाजकों की ओर से अधिकार मिला है, कि जो लोग तेरा नाम लेते हैं, उन सब को बान्ध ले। (प्रेरितों के काम 09ः14)

#13. शाऊल के साथ जो मनुष्य यात्रा कर रहे थे वे अवाक् क्यों रह गए थे ?

उत्तर का संदर्भ:- जो मनुष्य उसके साथ थे, वे चुपचाप रह गए; क्योंकि शब्द तो सुनते थे, परन्तु किसी को दखते न थे। (प्रेरितों के काम 09ः07)

#14. चेलों ने किस प्रकार शाऊल को शहरपनाह से उतार दिया था ?

उत्तर का संदर्भ:- परन्तु रात को उसके चेलों ने उसे लेकर टोकरे में बैठाया, और शहरपनाह पर से लटका कर उतार दिया॥ (प्रेरितों के काम 09ः25)

#15. शाऊल कितने दिन तक न देख सका, और न खाया और न पीया ?

उत्तर का संदर्भ:- और वह तीन दिन तक न देख सका, और न खाया और न पीया। (प्रेरितों के काम 09ः09)

#16. शाऊल दमिश्क में किसके घर ठहरा हुआ था ?

उत्तर का संदर्भ:- तब प्रभु ने उस से कहा, उठकर उस गली में जा जो सीधी कहलाती है, और यहूदा के घर में शाऊल नाम एक तारसी को पूछ ले; क्योंकि देख, वह प्रार्थना कर रहा है। (प्रेरितों के काम 09ः11)

#17. तबीता को नहलाकर कहाँ रख दिया गया था ?

उत्तर का संदर्भ:- उन्हीं दिनों में वह बीमार होकर मर गई; और उन्होंने उसे नहला कर अटारी पर रख दिया। (प्रेरितों के काम 09ः37)

#18. चेलो ने किस समय शाऊल को शहरपनाह से उतार दिया था ?

उत्तर का संदर्भ:- परन्तु रात को उसके चेलों ने उसे लेकर टोकरे में बैठाया, और शहरपनाह पर से लटका कर उतार दिया॥ (प्रेरितों के काम 09ः25)

#19. पतरस घुटने टेकर प्रार्थना करने से पहले क्या किया था ?

उत्तर का संदर्भ:- तब पतरस ने सब को बाहर कर दिया, और घुटने टेककर प्रार्थना की; और लोथ की ओर देखकर कहा; हे तबीता उठ: तब उस ने अपनी आंखे खोल दी; और पतरस को देखकर उठ बैठी। (प्रेरितों के काम 09ः40)

#20. जब एकाएक आकाश से शाऊल के चारों ओर ज्योति चमकी तो क्या हुआ था ?

उत्तर का संदर्भ:- परन्तु चलते चलते जब वह दमिश्क के निकट पहुंचा, तो एकाएक आकाश से उसके चारों ओर ज्योति चमकी। (प्रेरितों के काम 09ः03)

#21. हनन्याह को प्रभु ने दर्शन में दमिश्क के कौन सी गली में जाने के लिये कहा था ?

उत्तर का संदर्भ:- तब प्रभु ने उस से कहा, उठकर उस गली में जा जो सीधी कहलाती है, और यहूदा के घर में शाऊल नाम एक तारसी को पूछ ले; क्योंकि देख, वह प्रार्थना कर रहा है। (प्रेरितों के काम 09ः11)

#22. तबीता का क्या अर्थ है ?

उत्तर का संदर्भ:- याफा में तबीता अर्थात दोरकास नाम एक विश्वासिनी रहती थी, वह बहुतेरे भले भले काम और दान किया करती थी। (प्रेरितों के काम 09ः36)

#23. शाऊल को यरूशलेम से कहाँ भेज दिया गया था ?

उत्तर का संदर्भ:- यह जानकर भाई उसे कैसरिया में ले आए, और तरसुस को भेज दिया॥ (प्रेरितों के काम 09ः30)

#24. शाऊल ने किससे दमिश्क के आराधनालयों के नाम चिट्ठियाँ मांगी थी ?

उत्तर का संदर्भ:- और शाऊल जो अब तक प्रभु के चेलों को धमकाने और घात करने की धुन में था, महायाजक के पास गया। और उस से दमिश्क की अराधनालयों के नाम पर इस अभिप्राय की चिट्ठियां मांगी, कि क्या पुरूष, क्या स्त्री, जिन्हें वह इस पंथ पर पाए उन्हें बान्ध कर यरूशलेम में ले आए। (प्रेरितों के काम 09ः01-02)

#25. पतरस याफा में किसके यहाँ बहुत दिनों तक रहा था ?

उत्तर का संदर्भ:- और पतरस याफा में शमौन नाम किसी चमड़े के धन्धा करने वाले के यहां बहुत दिन तक रहा॥ (प्रेरितों के काम 09ः43)

#26. यरूशलेम में शाऊल को मार डालने का यत्न कौन करने लगे थे ?

उत्तर का संदर्भ:- और निधड़क होकर प्रभु के नाम से प्रचार करता था: और यूनानी भाषा बोलने वाले यहूदियों के साथ बातचीत और वाद-विवाद करता था; परन्तु वे उसके मार डालने का यत्न करने लगे। (प्रेरितों के काम 09ः29)

#27. शाऊल को प्रेरितों के पास कौन लेकर गया था ?

उत्तर का संदर्भ:- परन्तु बरनबास उसे अपने साथ प्रेरितों के पास ले जाकर उन से कहा, कि इस ने किस रीति से मार्ग में प्रभु को देखा, और इस ने इस से बातें कीं; फिर दमिश्क में इस ने कैसे हियाव से यीशु के नाम का प्रचार किया। (प्रेरितों के काम 09ः27)

#28. प्रभु ने हनन्याह को तू चला जा, क्योंकि शाऊल तो किसके सामने मेरा नाम प्रगट करने के लिये मेरा चुना हुआ पात्र है कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- परन्तु प्रभु ने उस से कहा, कि तू चला जा; क्योंकि यह, तो अन्यजातियों और राजाओं, और इस्त्राएलियों के साम्हने मेरा नाम प्रगट करने के लिये मेरा चुना हुआ पात्र है। (प्रेरितों के काम 09ः15)

#29. शाऊल कहाँ का रहनेवाला था ?

उत्तर का संदर्भ:- तब प्रभु ने उस से कहा, उठकर उस गली में जा जो सीधी कहलाती है, और यहूदा के घर में शाऊल नाम एक तारसी को पूछ ले; क्योंकि देख, वह प्रार्थना कर रहा है। (प्रेरितों के काम 09ः11)

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