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यीशु मसीह की पहिचान एवं सामर्थ्य में बढ़ने के लिये सहायता

रोमियों अध्याय 01 प्रश्नोत्तरी प्रश्न और उत्तर | Romans Chapter 01 Quiz Questions And Answers

उत्पत्ति अध्याय 17 प्रश्नोत्तरी प्रश्न और उत्तर

मेरे प्रिय भाई और बहनों, हमारी गुजारिश है कि आप बाईबल क्विज अटेंड करने से पहले एक बार इस चैप्टर का अध्ययन जरूर कर लें। बाईबल क्विज के माध्यम से हमारा उद्देश्य आपको परमेश्वर के वचन को पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना है ताकि आप परमेश्वर और उसके ज्ञान को जान और समझ सके। हमारा पूर्ण विश्वास है कि आप निश्चित रूप से आशीषित होंगे। कृपया नीचे दिए गए फिनिश ऑप्शन पर क्लिक करने से पहले सभी प्रश्न अटेंड करना अनिवार्य है। हम आपको शुभकामनाएं देते हैं।

 

#1. जब मनुष्यों ने अविनाशी परमेश्वर की महिमा को नाशवान मनुष्य, और पक्षियों, और चौपायों, और रेंगनेवाले जन्तुओं की मूरत की समानता में बदल डाला तब परमेश्वर ने क्या किया ?

उत्तर का संदर्भ:- इस कारण परमेश्‍वर ने उन्हें उनके मन की अभिलाषाओं के अनुसार अशुद्धता के लिये छोड़ दिया कि वे आपस में अपने शरीरों का अनादर करें। (रोमियों 01ः24)

#2. पौलसु रोमियों की कलीसिया को किस बात के लिये परमेश्वर मेरा गवाह है कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- परमेश्‍वर जिसकी सेवा मैं अपनी आत्मा से उसके पुत्र के सुसमाचार के विषय में करता हूँ, वही मेरा गवाह है कि मैं तुम्हें किस प्रकार लगातार स्मरण करता रहता हूँ (रोमियों 01ः09)

#3. रोमियों 01 अध्याय में पौलुस अपने आप को क्यों अलग किया गया है कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- पौलुस की ओर से जो यीशु मसीह का दास है, और प्रेरित होने के लिये बुलाया गया, और परमेश्‍वर के उस सुसमाचार के लिये अलग किया गया है (रोमियों 01ः01)

#4. रोमियों 01 अध्याय के अनुसार सुसमाचार विश्वास करनेवाले के लिये उद्धार के निमित्त क्या है ?

उत्तर का संदर्भ:- क्योंकि मैं सुसमाचार से नहीं लजाता, इसलिये कि वह हर एक विश्‍वास करनेवाले के लिये, पहले तो यहूदी फिर यूनानी के लिये, उद्धार के निमित्त परमेश्‍वर की सामर्थ्य है। (रोमियों 01ः16)

#5. परमेश्वर ने अपने पुत्र के विषय में पहले से ही किसके द्वारा प्रतिज्ञा की थी ?

उत्तर का संदर्भ:- जिसकी उसने पहले ही से अपने भविष्यद्वक्‍ताओं के द्वारा पवित्रशास्त्र में,(रोमियों 01ः02)

#6. रोमियों 01 अध्याय में पौलुस अपने आप को क्यों बुलाया गया है कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- पौलुस की ओर से जो यीशु मसीह का दास है, और प्रेरित होने के लिये बुलाया गया, और परमेश्‍वर के उस सुसमाचार के लिये अलग किया गया है (रोमियों 01ः01)

#7. पौलुस रोमियों की कलीसियों को मैं किससे नहीं लजाता कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- क्योंकि मैं सुसमाचार से नहीं लजाता, इसलिये कि वह हर एक विश्‍वास करनेवाले के लिये, पहले तो यहूदी फिर यूनानी के लिये, उद्धार के निमित्त परमेश्‍वर की सामर्थ्य है। (रोमियों 01ः16)

#8. जब मनुष्यों ने परमेश्वर को पहिचानना न चाहा, तो परमेश्वर ने भी उन्हें क्या किया ?

उत्तर का संदर्भ:- जब उन्होंने परमेश्‍वर को पहिचानना न चाहा, तो परमेश्‍वर ने भी उन्हें उनके निकम्मे मन पर छोड़ दिया कि वे अनुचित काम करें। (रोमियों 01ः28)

#9. यीशु मसीह शरीर के भाव से किसके वंश से उत्पन्न हुआ है ?

उत्तर का संदर्भ:- अपने पुत्र हमारे प्रभु यीशु मसीह के विषय में प्रतिज्ञा की थी; वह शरीर के भाव से तो दाऊद के वंश से उत्पन्न हुआ (रोमियों 01ः03)

#10. पौलुस रोमियों की कलीसिया को मैं बार-बार तुम्हारे पास आना चाहा किन्तु क्यों नहीं आ सका कहा ?

उत्तर का संदर्भ:- हे भाइयो, मैं नहीं चाहता कि तुम इससे अनजान रहो कि मैं ने बार–बार तुम्हारे पास आना चाहा, कि जैसा मुझे दूसरी अन्यजातियों में फल मिला, वैसा ही तुम में भी मिले, परन्तु अब तक रोका गया। (रोमियों 01ः13)

#11. पौलुस रोमियों की कलिसियाओं को पहले मैं तुम सब के लिये यीशु मसीह के द्वारा अपने परमेश्वर का धन्यवाद क्यों करता हूँ कहा ?

उत्तर का संदर्भ:- पहले मैं तुम सब के लिये यीशु मसीह के द्वारा अपने परमेश्‍वर का धन्यवाद करता हूँ, क्योंकि तुम्हारे विश्‍वास की चर्चा सारे जगत में हो रही है। (रोमियों 01ः08)

#12. रोमियों 01 अध्याय के अनुसार किस कारण से यीशु मसीह परमेश्वर का पुत्र ठहरा है ?

उत्तर का संदर्भ:- और पवित्रता की आत्मा के भाव से मरे हुओं में से जी उठने के कारण सामर्थ्य के साथ परमेश्‍वर का पुत्र ठहरा है।(रोमियों 01ः04)

#13. पौलुस रोमियों की कलीसिया को मैं तुम से क्यों मिलने की लालसा करता हूँ कहा ?

उत्तर का संदर्भ:- क्योंकि मैं तुम से मिलने की लालसा करता हूँ कि मैं तुम्हें कोई आत्मिक वरदान दूँ जिससे तुम स्थिर हो जाओ; (रोमियों 01ः11)

#14. रोमियों 01 अध्याय के अनुसार हमें यीशु मसीह के द्वारा क्या मिली कि उसके नाम के कारण सब जातियों के लोग विश्वास करके उसकी मानें ?

उत्तर का संदर्भ:- उसके द्वारा हमें अनुग्रह और प्रेरिताई मिली कि उसके नाम के कारण सब जातियों के लोग विश्‍वास करके उसकी मानें, (रोमियों 01ः05)

#15. रोमियों 01 अध्याय के अनुसार धर्मी जन कैसे जीवित रहेगा ?

उत्तर का संदर्भ:- क्योंकि उसमें परमेश्‍वर की धार्मिकता विश्‍वास से और विश्‍वास के लिये प्रगट होती है; जैसा लिखा है, “विश्‍वास से धर्मी जन जीवित रहेगा।” (रोमियों 01ः17)

#16. परमेश्वर का क्रोध किन लोगों की सब अभक्ति और अधर्म पर स्वर्ग से प्रगट होता है ?

उत्तर का संदर्भ:- परमेश्‍वर का क्रोध तो उन लोगों की सब अभक्‍ति और अधर्म पर स्वर्ग से प्रगट होता है, जो सत्य को अधर्म से दबाए रखते हैं। (रोमियों 01ः18)

#17. परमेश्वर के अनदेखे गुण, अर्थात उसकी सनातन सामर्थ्य और परमेश्वरत्व को कैसे देखा जा सकता है ?

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