01 कुरिन्थियों अध्याय 14 प्रश्नोत्तरी प्रश्न और उत्तर | 01 Corinthians Chapter 14 Quiz Questions And Answers
August 1, 2025

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#1. 01 कुरिन्थियों 14 अध्याय के अनुसार जो अन्य भाषा बोले, वह क्या कर सकने के लिये भी प्रार्थना करें ?
उत्तर का संदर्भ:- इस कारण जो अन्य भाषा बोले, तो वह प्रार्थना करे, कि उसका अनुवाद भी कर सके। (01 कुरिन्थियों 14ः13)
#2. पौलुस कुरिन्थियों की कलीसिया को मैं अपने परमेश्वर का धन्यवाद करता हूँ, कि मैं तुम सब से अधिक क्या करता हूँ कहा ?
उत्तर का संदर्भ:- मैं अपने परमेश्वर का धन्यवाद करता हूं, कि मैं तुम सब से अधिक अन्य अन्य भाषा में बोलता हूं। (01 कुरिन्थियों 14ः18)
#3. अन्यभाषा में बात करनेवाले मनुष्य की बातें कोई नहीं समझता, क्योंकि वह कौन सी बातें आत्मा में होकर बोलता है ?
उत्तर का संदर्भ:- क्योंकि जो अन्य ‘भाषा में बातें करता है; वह मनुष्यों से नहीं, परन्तु परमेश्वर से बातें करता है; इसलिये कि उस की कोई नहीं समझता; क्योंकि वह भेद की बातें आत्मा में होकर बोलता है। (01 कुरिन्थियों 14ः02)
#4. 01 कुरिन्थियों 14 अध्याय के अनुसार अन्यभाषाएँ किसके लिये चिन्ह है ?
उत्तर का संदर्भ:- इसलिये अन्य अन्य भाषाएं विश्वासियों के लिये नहीं, परन्तु अविश्वासियों के लिये चिन्ह हैं, और भविष्यद्वाणी अविश्वासीयों के लिये नहीं परन्तु विश्वासियों के लिये चिन्ह हैं। (01 कुरिन्थियों 14ः22)
#5. 01 कुरिन्थियों 14 अध्याय के अनुसार पौलुस कुरिन्थियों के विश्वासियों को तुम समझ में क्या बनो कहते हैं ?
उत्तर का संदर्भ:- हे भाइयो, तुम समझ में बालक न बनो: तौभी बुराई में तो बालक रहो, परन्तु समझ में सियाने बनो। (01 कुरिन्थियों 14ः20)
#6. 01 कुरिन्थियों 14 अध्याय के अनुसार भविष्यद्वाणी किसके लिये चिन्ह है ?
उत्तर का संदर्भ:- इसलिये अन्य अन्य भाषाएं विश्वासियों के लिये नहीं, परन्तु अविश्वासियों के लिये चिन्ह हैं, और भविष्यद्वाणी अविश्वासीयों के लिये नहीं परन्तु विश्वासियों के लिये चिन्ह हैं। (01 कुरिन्थियों 14ः22)
#7. जो अन्य भाषा में बातें करता है वह किसकी उन्नति करता है ?
उत्तर का संदर्भ:- जो अन्य भाषा में बातें करता है, वह अपनी ही उन्नति करता है; परन्तु जो भविष्यद्वाणी करता है, वह कलीसिया की उन्नति करता है। (01 कुरिन्थियों 14ः04)
#8. 01 कुरिन्थियों 14 अध्याय के अनुसार जो अन्य भाषा में बातें करता है वह किससे बातें करता है ?
उत्तर का संदर्भ:- क्योंकि जो अन्य ‘भाषा में बातें करता है; वह मनुष्यों से नहीं, परन्तु परमेश्वर से बातें करता है; इसलिये कि उस की कोई नहीं समझता; क्योंकि वह भेद की बातें आत्मा में होकर बोलता है। (01कुरिन्थियों 14ः02)
#9. 01 कुरिन्थियों 14 अध्याय के अनुसार पौलुस कुरिन्थियों के विश्वासियों को तुम किसमें बालक न बनो कहते हैं ?
उत्तर का संदर्भ:- हे भाइयो, तुम समझ में बालक न बनो: तौभी बुराई में तो बालक रहो, परन्तु समझ में सियाने बनो। (01 कुरिन्थियों 14ः20)
#10. 01 कुरिन्थियों 14 अध्याय के अनुसार पौलुस किसका अनुकरण करो कहते हैं ?
उत्तर का संदर्भ:- प्रेम का अनुकरण करो, और आत्मिक वरदानों की भी धुन में रहो विशेष करके यह, कि भविष्यद्वाणी करो। (01कुरिन्थियों 14ः01)
#11. जो भविष्यद्वाणी करता है, वह किसकी उन्नति करता है ?
उत्तर का संदर्भ:- जो अन्य भाषा में बातें करता है, वह अपनी ही उन्नति करता है; परन्तु जो भविष्यद्वाणी करता है, वह कलीसिया की उन्नति करता है। (01 कुरिन्थियों 14ः04)
#12. 01 कुरिन्थियों 14 अध्याय के अनुसार परमेश्वर गड़बड़ी का नहीं, परन्तु कैसा परमेश्वर है ?
उत्तर का संदर्भ:- क्योंकि परमेश्वर गड़बड़ी का नहीं, परन्तु शान्ति का कर्त्ता है; जैसा पवित्र लोगों की सब कलीसियाओं में है॥ (01 कुरिन्थियों 14ः33)
#13. पौलुस कुरिन्थियों के विश्वासियों को आत्मिक वरदानों की भी धुन में रहो, विशेष करके क्या करो कहते हैं ?
उत्तर का संदर्भ:- प्रेम का अनुकरण करो, और आत्मिक वरदानों की भी धुन में रहो विशेष करके यह, कि भविष्यद्वाणी करो। (01कुरिन्थियों 14ः01)
#14. 01 कुरिन्थियों 14 अध्याय के अनुसार यदि कलीसिया में कौन न हो तो अन्य भाषा बोलनेवाला शान्त रहे, और अपने मन से और परमेश्वर से बातें करें ?
उत्तर का संदर्भ:- परन्तु यदि अनुवाद करने वाला न हो, तो अन्य भाषा बालने वाला कलीसिया में शान्त रहे, और अपने मन से, और परमेश्वर से बातें करे। (01 कुरिन्थियों 14ः28)
#15. 01 कुरिन्थियों 14 अध्याय के अनुसार पौलुस कुरिन्थियों के विश्वासियों को जब तुम इकट्ठे होते हो, तो हर एक के हृदय में इनमें से क्या रहना चाहिए कहा ?
उत्तर का संदर्भ:- इसलिये हे भाइयो क्या करना चाहिए? जब तुम इकट्ठे होते हो, तो हर एक के हृदय में भजन, या उपदेश, या अन्यभाषा, या प्रकाश, या अन्यभाषा का अर्थ बताना रहता है: सब कुछ आत्मिक उन्नति के लिये होना चाहिए। (01 कुरिन्थियों 14ः26)
#16. 01 कुरिन्थियों 14 अध्याय के अनुसार कलीसिया में सारी बातें कैसे की जानी चाहिए ?
उत्तर का संदर्भ:- पर सारी बातें सभ्यता और क्रमानुसार की जाएं। (01 कुरिन्थियों 14ः40)
#17. पौलुस कुरिन्थियों के विश्वासियों को इसलिये तुम भी जब आत्मिक वरदानों की धुन में हो, तो ऐसा प्रयत्न करो कि तुम्हारे वरदानों की उन्नति से किसकी उन्नति हो कहा ?
उत्तर का संदर्भ:- इसलिये तुम भी जब आत्मिक वरदानों की धुन में हो, तो ऐसा प्रयत्न करो, कि तुम्हारे वरदानों की उन्नति से कलीसिया की उन्नति हो। (01 कुरिन्थियों 14ः12)
#18. जो भविष्यद्वाणी करता है वह मनुष्यों से कौन सी बातें कहता है ?
उत्तर का संदर्भ:- परन्तु जो भविष्यद्वाणी करता है, वह मनुष्यों से उन्नति, और उपदेश, और शान्ति की बातें कहता है। (01 कुरिन्थियों 14ः03)
#19. 01 कुरिन्थियों 14 अध्याय के अनुसार पौलुस कुरिन्थियों के विश्वासियों को यदि मैं किसी भाषा का अर्थ न समझूँ, तो बोलनेवाले की दृष्टि में क्या ठहरूँगा कहा ?
उत्तर का संदर्भ:- इसलिये यदि मैं किसी भाषा का अर्थ न समझूं, तो बोलने वाले की दृष्टि में परदेशी ठहरूंगा; और बोलने वाला मेरे दृष्टि में परदेशी ठहरेगा। (01 कुरिन्थियों 14ः11)
#20. 01 कुरिन्थियों 14 अध्याय के अनुसार यदि अन्य भाषाएँ बोलनेवाला कलीसिया की उन्नति के लिये अनुवाद न करे तो क्या करनेवाला उससे बढ़कर है ?
उत्तर का संदर्भ:- मैं चाहता हूं, कि तुम सब अन्य भाषाओं में बातें करो, परन्तु अधिकतर यह चाहता हूं कि भविष्यद्वाणी करो: क्योंकि यदि अन्यान्य भाषा बोलने वाला कलीसिया की उन्नति के लिये अनुवाद न करे तो भविष्यद्ववाणी करने वाला उस से बढ़कर है। (01 कुरिन्थियों 14ः05)