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01 थिस्सलुनीकियों अध्याय 05 प्रश्नोत्तरी प्रश्न और उत्तर | 01 Thessalonians Chapter 05 Quiz Questions And Answers

उत्पत्ति अध्याय 17 प्रश्नोत्तरी प्रश्न और उत्तर

मेरे प्रिय भाई और बहनों, हमारी गुजारिश है कि आप बाईबल क्विज अटेंड करने से पहले एक बार इस चैप्टर का अध्ययन जरूर कर लें। बाईबल क्विज के माध्यम से हमारा उद्देश्य आपको परमेश्वर के वचन को पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना है ताकि आप परमेश्वर और उसके ज्ञान को जान और समझ सके। हमारा पूर्ण विश्वास है कि आप निश्चित रूप से आशीषित होंगे। कृपया नीचे दिए गए फिनिश ऑप्शन पर क्लिक करने से पहले सभी प्रश्न अटेंड करना अनिवार्य है। हम आपको शुभकामनाएं देते हैं।

 

#1. 01 थिस्सलुनीकियों 05 अध्याय के अनुसार हम एक दूसरे के लिये किसका कारण बने ?

उत्तर का संदर्भ:- इस कारण एक दूसरे को शान्ति दो, और एक दूसरे की उन्नति के कारण बनो, निदान, तुम ऐसा करते भी हो॥ (01 थिस्सलुनीकियों 05ः11)

#2. इस वचन को पूरा करें – शांति का परमेश्वर आप ही तुम्हें पूरी रीति से ……….करे, और तुम्हारी आत्मा और प्राण और देह हमारे प्रभु यीशु मसीह के आने तक पूरे पूरे और ………….सुरक्षित रहें ?

उत्तर का संदर्भ:- शान्ति का परमेश्वर आप ही तुम्हें पूरी रीति से पवित्र करे; और तुम्हारी आत्मा और प्राण और देह हमारे प्रभु यीशु मसीह के आने तक पूरे पूरे और निर्दोष सुरक्षित रहें। (01 थिस्सलुनीकियों 05ः23)

#3. 01 थिस्सलुनीकियों 05 अध्याय के अनुसार प्रभु का दिन कैसे आने वाला है ?

उत्तर का संदर्भ:- क्योंकि तुम आप ठीक जानते हो कि जैसा रात को चोर आता है, वैसा ही प्रभु का दिन आने वाला है। (01 थिस्सलुनीकियों 05ः02)

#4. इस वचन को पूरा करें – ‘‘हे भाईयो, हम तुम से विनती करते हैं कि जो तुम में परिश्रम करते हैं, और प्रभु में तुम्हारे अगुवे हैं, और तुम्हे शिक्षा देते हैं, उनका ……………करो।’’

उत्तर का संदर्भ:- और हे भाइयों, हम तुम से बिनती करते हैं, कि जो तुम में परिश्रम करते हैं, और प्रभु में तुम्हारे अगुवे हैं, और तुम्हें शिक्षा देते हैं, उन्हें मानो। (01 थिस्सलुनीकियों 05ः12)

#5. 01 थिस्सलुनीकियों 05 अध्याय के अनुसार परमेश्वर ने हमें क्रोध के लिये नहीं, परन्तु किसलिये ठहराया है ?

त्तर का संदर्भ:- क्योंकि परमेश्वर ने हमें क्रोध के लिये नहीं, परन्तु इसलिये ठहराया कि हम अपने प्रभु यीशु मसीह के द्वारा उद्धार प्राप्त करें। (01 थिस्सलुनीकियों 05ः09)

#6. पौलुस के अनुसार हम जो दिन के हैं, किसकी झिलम पहनकर सावधान रहें ?

उत्तर का संदर्भ:- पर हम तो दिन के हैं, विश्वास और प्रेम की झिलम पहिनकर और उद्धार की आशा का टोप पहिन कर सावधान रहें। (01 थिस्सलुनीकियों 05ः08)

#7. 01 थिस्सलुनीकियों 05 अध्याय के अनुसार हमें एक दूसरे को क्या देना है ?

उत्तर का संदर्भ:- इस कारण एक दूसरे को शान्ति दो, और एक दूसरे की उन्नति के कारण बनो, निदान, तुम ऐसा करते भी हो॥ (01 थिस्सलुनीकियों 05ः11)

#8. 01 थिस्सलुनीकियों 05 अध्याय के अनुसार लोग क्या कहते होंगे, तो उन पर एकाएक विनाश आ पड़ेगा ?

उत्तर का संदर्भ:- जब लोग कहते होंगे, कि कुशल है, और कुछ भय नहीं, तो उन पर एकाएक विनाश आ पड़ेगा, जिस प्रकार गर्भवती पर पीड़ा; और वे किसी रीति से बचेंगे। (01 थिस्सलुनीकियों 05ः03)

#9. इस वचन को पूरा करें – ‘‘हे भाईयो, हम तुम्हें समझाते हैं कि जो ठीक चाल नहीं चलते उनको समझाओ, कायरों को ढाढ़स दो, निर्बलो को संभालो, सबकी ओर …………दिखाओ।’’

उत्तर का संदर्भ:- और हे भाइयों, हम तुम्हें समझाते हैं, कि जो ठीक चाल नहीं चलते, उन को समझाओ, कायरों को ढाढ़स दो, निर्बलों को संभालो, सब की ओर सहनशीलता दिखाओ। (01 थिस्सलुनीकियों 05ः14)

#10. पौलुस थिस्सलुनीके के विश्वासियों को सब से क्या करने की चेष्टा करो कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- सावधान! कोई किसी से बुराई के बदले बुराई न करे; पर सदा भलाई करने पर तत्पर रहो आपस में और सब से भी भलाई ही की चेष्टा करो। (01 थिस्सलुनीकियों 05ः15)

#11. 01 थिस्सलुनीकियों 05 अध्याय के अनुसार जो अगुवे हैं, उनके काम के कारण प्रेम के साथ उनको बहुत ही किसके योग्य समझे ?

उत्तर का संदर्भ:- और उन के काम के कारण प्रेम के साथ उन को बहुत ही आदर के योग्य समझो: आपस में मेल-मिलाप से रहो। (01 थिस्सलुनीकियों 05ः13)

#12. पौलुस थिस्सलुनीकियों की कलीसिया को तुम सब किसकी सन्तान हो कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- क्योंकि तुम सब ज्योति की सन्तान, और दिन की सन्तान हो, हम न रात के हैं, न अन्धकार के हैं। (01 थिस्सलुनीकियों 05ः05)

#13. 01 थिस्सलुनीकियों 05 अध्याय के अनुसार हम ज्योति की संतान हैं इसलिये हम दूसरों के समान सोते न रहें, पर क्या करते रहें ?

उत्तर का संदर्भ:- इसलिये हम औरों की नाईं सोते न रहें, पर जागते और सावधान रहें। (01 थिस्सलुनीकियों 05ः06)

#14. पौलुस थिस्सलुनीके के विश्वासियों को निरन्तर किसमें लगे रहने के लिये कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- निरन्तर प्रार्थना मे लगे रहो। (01 थिस्सलुनीकियों 05ः17)

#15. विश्वासियों के लिये प्रभु का दिन चोर के समान आयेगा ऐसा क्यों नहीं है ?

उत्तर का संदर्भ:- पर हे भाइयों, तुम तो अन्धकार में नहीं हो, कि वह दिन तुम पर चोर की नाईं आ पड़े। (01 थिस्सलुनीकियों 05ः04)

#16. पौलुस थिस्सलुनीकियों के विश्वासियों को तुम्हारे लिये मसीह यीशु में परमेश्वर की क्या इच्छा है कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- हर बात में धन्यवाद करो: क्योंकि तुम्हारे लिये मसीह यीशु में परमेश्वर की यही इच्छा है। (01 थिस्सलुनीकियों 05ः18)

#17. पौलुस थिस्सलुनीकियों के विश्वासियों को किसको न बुझाओं कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- आत्मा को न बुझाओ। (01 थिस्सलुनीकियों 05ः19)

#18. पौलुस थिस्सलुनीकियों के विश्वासियों को भविष्यद्वाणी को क्या न जानो कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- भविष्यद्वाणियों को तुच्छ न जानो। (01 थिस्सलुनीकियों 05ः20)

#19. पौलुस थिस्सलुनीके के विश्वासियों को सदा क्या रहने के लिये कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- सदा आनन्दित रहो। (01 थिस्सलुनीकियों 05ः16)

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