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प्रेरितों के काम अध्याय 15 प्रश्नोत्तरी प्रश्न और उत्तर | Acts Chapter 15 Quiz Questions And Answers

01 कुरिन्थियों अध्याय 05 प्रश्नोत्तरी प्रश्न और उत्तर

मेरे प्रिय भाई और बहनों, हमारी गुजारिश है कि आप बाईबल क्विज अटेंड करने से पहले एक बार इस चैप्टर का अध्ययन जरूर कर लें। बाईबल क्विज के माध्यम से हमारा उद्देश्य आपको परमेश्वर के वचन को पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना है ताकि आप परमेश्वर और उसके ज्ञान को जान और समझ सके। हमारा पूर्ण विश्वास है कि आप निश्चित रूप से आशीषित होंगे। कृपया नीचे दिए गए फिनिश ऑप्शन पर क्लिक करने से पहले सभी प्रश्न अटेंड करना अनिवार्य है। हम आपको शुभकामनाएं देते हैं।

 

#1. अन्ताकिया की कलीसिया में गलत शिक्षा देने वालों से किनका बहुत झगड़ा और विवाद हुआ था ?

उत्तर का संदर्भ:- जब पौलुस और बरनबास का उनसे बहुत झगड़ा और वाद–विवाद हुआ तो यह ठहराया गया कि पौलुस और बरनबास और उनमें से कुछ व्यक्‍ति इस बात के विषय में प्रेरितों और प्राचीनों के पास यरूशलेम को जाएँ। (प्रेरितों के काम 15ः02)

#2. यरूशलेम की सभा में अन्ताकिया में दिये गये गलत शिक्षा के विषय में सबसे पहले किसने अपनी बात रखी थी ?

उत्तर का संदर्भ:- तब पतरस ने बहुत वाद–विवाद हो जाने के बाद खड़े होकर उनसे कहा, “हे भाइयो, तुम जानते हो कि बहुत दिन हुए परमेश्‍वर ने तुम में से मुझे चुन लिया कि मेरे मुँह से अन्यजातीय सुसमाचार का वचन सुनकर विश्‍वास करें। (प्रेरितों के काम 15ः07)

#3. पौलुस और बरनबास जब यरूशलेम पहुँचे तो कलीसिया और प्रेरित और प्राचीन उनसे कैसे मिले थे ?

उत्तर का संदर्भ:- जब वे यरूशलेम पहुँचे, तो कलीसिया और प्रेरित और प्राचीन उनसे आनन्द के साथ मिले, और उन्होंने बताया कि परमेश्‍वर ने उनके साथ होकर कैसे–कैसे काम किए थे। (प्रेरितों के काम 15ः04)

#4. बरनबास ने उन्हीं नगरों में वापस जाने के लिये जिन नगरों में सुसमाचार सुनाया गया था किसे साथ में लेने का विचार किया ?

उत्तर का संदर्भ:- तब बरनबास ने यूहन्ना को जो मरकुस कहलाता है, साथ लेने का विचार किया। (प्रेरितों के काम 15ः37)

#5. प्रेरितों के काम 15 अध्याय में ‘‘ये ऐसे मनुष्य है जिन्होंने अपने प्राण हमारे प्रभु यीशु मसीह के नाम के लिये जोखिम में डाले हैं’’ किनके लिये संदर्भित किया गया है ?

उत्तर का संदर्भ:- ये ऐसे मनुष्य हैं जिन्होंने अपने प्राण हमारे प्रभु यीशु मसीह के नाम के लिये जोखिम में डाले हैं। (प्रेरितों के काम 15ः26)

#6. पौलुस और बरनबास का मतभेद होने पर बरनबास मरकुस को लेकर कहाँ चला गया था ?

उत्तर का संदर्भ:- अत: ऐसा विवाद उठा कि वे एक दूसरे से अलग हो गए; और बरनबास, मरकुस को लेकर जहाज पर साइप्रस चला गया। (प्रेरितों के काम 15ः39)

#7. कहाँ से आकर अन्ताकिया के भाइयों को सिखाने लगे ‘‘यदि मूसा की रीति पर तुम्हारा खतना न हो तो तुम उद्धार नहीं पा सकते।’’ ?

उत्तर का संदर्भ:- फिर कुछ लोग यहूदिया से आकर भाइयों को सिखाने लगे : “यदि मूसा की रीति पर तुम्हारा खतना न हो तो तुम उद्धार नहीं पा सकते।” (प्रेरितों के काम 15ः01)

#8. यरूशलेम की सभा से अन्ताकिया की कलीसियों को क्या लिखकर भेजा गया था ?

उत्तर का संदर्भ:- कि तुम मूरतों पर बलि किए हुओं से और लहू से, और गला घोंटे हुओं के मांस से, और व्यभिचार से दूर रहो। इनसे दूर रहो तो तुम्हारा भला होगा। आगे शुभ।” (प्रेरितों के काम 15ः29)

#9. यरूशलेम की सभा में किसने गवाही दी कि परमेश्वर ने उनके द्वारा अन्यजातियों में कैसे बड़े-बड़े चिन्ह, और अद्भुत काम दिखाए ?

उत्तर का संदर्भ:- तब सारी सभा चुपचाप बरनबास और पौलुस की सुनने लगी, कि परमेश्‍वर ने उनके द्वारा अन्यजातियों में कैसे बड़े–बड़े चिह्न, और अद्भुत काम दिखाए। (प्रेरितों के काम 15ः12)

#10. अन्ताकिया की कलीसिया में गलत शिक्षा के मामले को ठीक करने के लिये पौलुस, बरनबास और गलत शिक्षा देने वाले में से कुछ व्यक्ति किसके पास गए थे ?

उत्तर का संदर्भ:- जब पौलुस और बरनबास का उनसे बहुत झगड़ा और वाद–विवाद हुआ तो यह ठहराया गया कि पौलुस और बरनबास और उनमें से कुछ व्यक्‍ति इस बात के विषय में प्रेरितों और प्राचीनों के पास यरूशलेम को जाएँ। (प्रेरितों के काम 15ः02)

#11. यरूशलेम से बरनबास और पौलुस के साथ किन्हें अन्ताकिया भेजा गया था ?

उत्तर का संदर्भ:- तब सारी कलीसिया सहित प्रेरितों और प्राचीनों को अच्छा लगा कि अपने में से कुछ मनुष्यों को चुनें, अर्थात् यहूदा जो बरसब्बा कहलाता है, और सीलास को जो भाइयों में मुखिया थे; और उन्हें पौलुस और बरनबास के साथ अन्ताकिया भेजें। (प्रेरितों के काम 15ः22)

#12. पौलुस और बरनबास का मतभेद होने पर पौलुस ने किसे साथ में लेकर वहाँ से चला गया था ?

उत्तर का संदर्भ:- परन्तु पौलुस ने सीलास को चुन लिया, और भाइयों से परमेश्‍वर के अनुग्रह में सौंपा जाकर वहाँ से चला गया; (प्रेरितों के काम 15ः40)

#13. यरूशलेम की सभा से कहाँ के भाइयों के नाम पत्र भेजा था ?

उत्तर का संदर्भ:- उन्होंने उनके हाथ यह लिख भेजा : “अन्ताकिया और सीरिया और किलिकिया के रहनेवाले भाइयों को जो अन्यजातियों में से हैं, प्रेरितों और प्राचीन भाइयों का नमस्कार। (प्रेरितों के काम 15ः23)

#14. पौलुस किस कारण से यूहन्ना को द्वितीय प्रचार यात्रा में साथ ले जाना नहीं चाहता था ?

उत्तर का संदर्भ:- परन्तु पौलुस ने उसे जो पंफूलिया में उनसे अलग हो गया था, और काम पर उनके साथ न गया, साथ ले जाना अच्छा न समझा। (प्रेरितों के काम 15ः38)

#15. यरूशलेम की सभा में पतरस ने ‘‘हे भाइयों, तुम जानते हो कि बहुत दिन हुए परमेश्वर ने तुम में से मुझे चुन लिया कि मेरे मुँह से कौन सुसमाचार का वचन सुनकर विश्वास करें कहा ?

उत्तर का संदर्भ:- तब पतरस ने बहुत वाद–विवाद हो जाने के बाद खड़े होकर उनसे कहा, “हे भाइयो, तुम जानते हो कि बहुत दिन हुए परमेश्‍वर ने तुम में से मुझे चुन लिया कि मेरे मुँह से अन्यजातीय सुसमाचार का वचन सुनकर विश्‍वास करें। (प्रेरितों के काम 15ः07)

#16. यरूशलेम की सभा में सारी सभा चुपचाप किसकी सुनने लगी थी जिन्होंने दूसरे नम्बर पर अपनी बात रखी थी ?

उत्तर का संदर्भ:- तब सारी सभा चुपचाप बरनबास और पौलुस की सुनने लगी, कि परमेश्‍वर ने उनके द्वारा अन्यजातियों में कैसे बड़े–बड़े चिह्न, और अद्भुत काम दिखाए। (प्रेरितों के काम 15ः12)

#17. पौलुस द्वितीय प्रचार यात्रा में कलीसियाओं को स्थिर करता हुआ किस नगर से होते हुये निकला था ?

उत्तर का संदर्भ:- और वह कलीसियाओं को स्थिर करता हुआ सीरिया और किलिकिया से होते हुए निकला। (प्रेरितों के काम 15ः41)

#18. पौलुस और बरनबास जब यरूशलेम पहुँचे तब उन्होंने कलीसिया और प्रेरितों और प्राचीनों को क्या बताया ?

उत्तर का संदर्भ:- जब वे यरूशलेम पहुँचे, तो कलीसिया और प्रेरित और प्राचीन उनसे आनन्द के साथ मिले, और उन्होंने बताया कि परमेश्‍वर ने उनके साथ होकर कैसे–कैसे काम किए थे। (प्रेरितों के काम 15ः04)

#19. पौलुस और बरनबास गलत शिक्षा के मामले का सुलझाने के लिये जब यरूशलेम गये तब कौन से नगर से होते हुए गए थे ?

उत्तर का संदर्भ:- अत: कलीसिया ने उन्हें कुछ दूर तक पहुँचाया; और वे फीनीके और सामरिया से होते हुए अन्यजातियों के मन फिराने का समाचार सुनाते गए, और सब भाई बहुत आनन्दित हुए। (प्रेरितों के काम 15ः03)

#20. यरूशलेम की सभा में किसने भविष्यद्वक्ताओं की ये बातें कही थी कि ‘‘इसके बाद मैं फिर आकर दाऊद का गिरा हुआ डेरा उठाऊँगा, और उसके खंडहरों को फिर बनाऊँगा, और उसे खड़ा करूँगा’’ ?

उत्तर का संदर्भ:- शमौन ने बताया कि परमेश्‍वर ने पहले पहल अन्यजातियों पर कैसी कृपादृष्‍टि की कि उनमें से अपने नाम के लिए एक लोग बना ले। इससे भविष्यद्वक्‍ताओं की बातें भी मिलती हैं, जैसा कि लिखा है, ‘इसके बाद मैं फिर आकर दाऊद का गिरा हुआ डेरा उठाऊँगा, और उसके खंडहरों को फिर बनाऊँगा, और उसे खड़ा करूँगा, (प्रेरितों के काम 15ः16)

#21. कौन से पंथ के लोग जिन्होंने विश्वास किया था, उन्होंने कहा “खतना कराने और मूसा की व्यवस्था को मानने की आज्ञा देनी चाहिए” ?

उत्तर का संदर्भ:- परन्तु फरीसियों के पंथ में से जिन्होंने विश्‍वास किया था, उनमें से कुछ ने उठकर कहा, “उन्हें खतना कराने और मूसा की व्यवस्था को मानने की आज्ञा देनी चाहिए।” (प्रेरितों के काम 15ः05)

#22. अन्ताकिया की कलीसिया के लोगों की क्या प्रतिक्रिया थी जब वे पत्री को पढ़े थे ?

उत्तर का संदर्भ:- वे पत्री पढ़कर उस उपदेश की बात से अति आनन्दित हुए। (प्रेरितों के काम 15ः31)

#23. यरूशलेम की सभा में गलत शिक्षा को ठीक करने के विषय में तीसरे नम्बर पर किसने अपनी बात रखी थी ?

उत्तर का संदर्भ:- जब वे चुप हुए तो याकूब कहने लगा, “हे भाइयो, मेरी सुनो। (प्रेरितों के काम 15ः13)

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One Reply to “प्रेरितों के काम अध्याय 15 प्रश्नोत्तरी प्रश्न और उत्तर | Acts Chapter 15 Quiz Questions And Answers”

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