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प्रेरितों के काम अध्याय 26 प्रश्नोत्तरी प्रश्न और उत्तर | Acts Chapter 26 Quiz Questions And Answers

रोमियों अध्याय 08 प्रश्नोत्तरी प्रश्न और उत्तर

मेरे प्रिय भाई और बहनों, हमारी गुजारिश है कि आप बाईबल क्विज अटेंड करने से पहले एक बार इस चैप्टर का अध्ययन जरूर कर लें। बाईबल क्विज के माध्यम से हमारा उद्देश्य आपको परमेश्वर के वचन को पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना है ताकि आप परमेश्वर और उसके ज्ञान को जान और समझ सके। हमारा पूर्ण विश्वास है कि आप निश्चित रूप से आशीषित होंगे। कृपया नीचे दिए गए फिनिश ऑप्शन पर क्लिक करने से पहले सभी प्रश्न अटेंड करना अनिवार्य है। हम आपको शुभकामनाएं देते हैं।

 

#1. पौलुस के अनुसार दर्शन में यीशु ने उसे यहूदी लोगों और अन्यजातियों में इसलिये भेजता हूं कि वे किसके अधिकार से परमेश्वर की ओर फिरें कहा ?

उत्तर का संदर्भ:- कि तू उनकी आँखें खोले कि वे अंधकार से ज्योति की ओर, और शैतान के अधिकार से परमेश्‍वर की ओर फिरें; कि पापों की क्षमा और उन लोगों के साथ जो मुझ पर विश्‍वास करने से पवित्र किए गए हैं, मीरास पाएँ।’ (प्रेरितों के काम 26ः18)

#2. पौलुस के अनुसार वह प्रधान याजकों से अधिकार और आज्ञा-पत्र लेकर कहाँ को जा रहा था ?

उत्तर का संदर्भ:- “इसी धुन में जब मैं प्रधान याजकों से अधिकार और आज्ञा–पत्र लेकर दमिश्क को जा रहा था; (प्रेरितों के काम 26ः12)

#3. पौलुस के अनुसार दर्शन में यीशु ने उसे यहूदी लोगों और अन्यजातियों में किस लिये भेजता हूँ कहा ?

उत्तर का संदर्भ:- कि तू उनकी आँखें खोले कि वे अंधकार से ज्योति की ओर, और शैतान के अधिकार से परमेश्‍वर की ओर फिरें; कि पापों की क्षमा और उन लोगों के साथ जो मुझ पर विश्‍वास करने से पवित्र किए गए हैं, मीरास पाएँ।’ (प्रेरितों के काम 26ः18)

#4. पौलुस के अनुसार दर्शन में यीशु ने उसे किससे बचाता रहूँगा कहा था ?

उत्तर का संदर्भ:- और मैं तुझे तेरे लोगों से और अन्यजातियों से बचाता रहूँगा, जिनके पास मैं अब तुझे इसलिये भेजता हूँ। (प्रेरितों के काम 26ः17)

#5. पौलुस के अनुसार वह किस कारण से ऐसा पागल हो गया कि बाहर के नगरों में भी जाकर उन्हें सताता था ?

उत्तर का संदर्भ:- हर आराधनालय में मैं उन्हें ताड़ना दिला दिलाकर यीशु की निन्दा करवाता था, यहाँ तक कि क्रोध के मारे ऐसा पागल हो गया कि बाहर के नगरों में भी जाकर उन्हें सताता था। (प्रेरितों के काम 26ः11)

#6. पौलुस के अनुसार वह मार्ग में कितने समय आकाश से सूर्य के तेज से भी बढ़कर एक ज्योति, अपने और अपने साथ चलनेवालों के चारों ओर चमकती हुई देखी ?

उत्तर का संदर्भ:- तो हे राजा, मार्ग में दोपहर के समय मैं ने आकाश से सूर्य के तेज से भी बढ़कर एक ज्योति, अपने और अपने साथ चलनेवालों के चारों ओर चमकती हुई देखी। (प्रेरितों के काम 26ः13)

#7. पौलुस ने राजा अग्रिप्पा को तू यहूदियों के क्या जानता है इसलिये मैं विनती करता हूँ, कि धीरज से मेरी सुन कहा ?

उत्तर का संदर्भ:- विशेष करके इसलिये कि तू यहूदियों के सब व्यवहारों और विवादों को जानता है। अत: मैं विनती करता हूँ, धीरज से मेरी सुन। (प्रेरितों के काम 26ः03)

#8. पौलुस ने राजा अग्रिप्पा के सामने तुम्हारे यहाँ कौन सी बात क्यों विश्वास के योग्य नहीं समझी जाती कहा ?

उत्तर का संदर्भ:- जबकि परमेश्‍वर मरे हुओं को जिलाता है, तो तुम्हारे यहाँ यह बात क्यों विश्‍वास के योग्य नहीं समझी जाती ? (प्रेरितों के काम 26ः08)

#9. पौलुस को सुनने के बाद राजा और हाकिम और बिरनीके और उनके साथ बैठने वाले अलग जाकर आपस में क्या कहने लगे थे ?

उत्तर का संदर्भ:- और अलग जाकर आपस में कहने लगे, “यह मनुष्य ऐसा तो कुछ नहीं करता, जो मृत्युदण्ड या बन्दीगृह में डाले जाने के योग्य हो।” (प्रेरितों के काम 26ः31)

#10. पौलुस ने कौन सी भाषा में एक शब्द सुना, ‘‘हे शाऊल, हे शाऊल, तू मुझे क्यों सताता है ?

उत्तर का संदर्भ:- जब हम सब भूमि पर गिर पड़े, तो मैं ने इब्रानी भाषा में, मुझ से यह कहते हुए एक शब्द सुना, ‘हे शाऊल, हे शाऊल, तू मुझे क्यों सताता है? पैने पर लात मारना तेरे लिये कठिन है।’ (प्रेरितों के काम 26ः14)

#11. पौलुस ने राजा अग्रिप्पा के सामने मुझ पर क्यों मुकद्दमा चल रहा है कहा ?

उत्तर का संदर्भ:- और अब उस प्रतिज्ञा में आशा के कारण जो परमेश्‍वर ने हमारे बापदादों से की थी, मुझ पर मुक़द्दमा चल रहा है।  (प्रेरितों के काम 26ः06)

#12. पौलुस ने राजा अग्रिप्पा के सामने परमेश्वर की प्रतिज्ञा के पूरे होने की आशा लगाए हुए, हमारे बारहों गोत्र अपने परमेश्वर की कैसी सेवा करते आए हैं कहा ?

उत्तर का संदर्भ:- उसी प्रतिज्ञा के पूरे होने की आशा लगाए हुए, हमारे बारहों गोत्र अपने सारे मन से रात–दिन परमेश्‍वर की सेवा करते आए हैं। हे राजा, इसी आशा के विषय में यहूदी मुझ पर दोष लगाते हैं। (प्रेरितों के काम 26ः07)

#13. अग्रिप्पा ने किससे कहा कि “यदि पौलुस कैसर की दोहाई न देता, तो छूट सकता था” ?

उत्तर का संदर्भ:- अग्रिप्पा ने फेस्तुस से कहा, “यदि यह मनुष्य कैसर की दोहाई न देता, तो छूट सकता था।” (प्रेरितों के काम 26ः32)

#14. पौलुस जब राजा अग्रिप्पा के सामने उत्तर दे रहा था तब किसने कहा कि ‘‘हे पौलुस तू पागल है। बहुत विद्या ने तुझे पागल कर दिया है ?

उत्तर का संदर्भ:- जब वह इस रीति से उत्तर दे रहा था, तो फेस्तुस ने ऊँचे शब्द से कहा, “हे पौलुस, तू पागल है। बहुत विद्या ने तुझे पागल कर दिया है।” (प्रेरितों के काम 26ः24)

#15. पौलुस के अनुसार वह हर आराधनालय में जो यीशु पर विश्वास करते थे उन्हें ताड़ना दिला दिलाकर क्या करवाता था ?

उत्तर का संदर्भ:- हर आराधनालय में मैं उन्हें ताड़ना दिला दिलाकर यीशु की निन्दा करवाता था, यहाँ तक कि क्रोध के मारे ऐसा पागल हो गया कि बाहर के नगरों में भी जाकर उन्हें सताता था। (प्रेरितों के काम 26ः11)

#16. पौलुस ने कहा हे राजा अग्रिप्पा, क्या तू भविष्यद्वक्ताओं का विश्वास करता है ? हाँ, मैं जानता हूँ कि तू विश्वास करता है।’’ तब राजा अग्रिप्पा ने पौलुस से क्या कहा ?

उत्तर का संदर्भ:- तब अग्रिप्पा ने पौलुस से कहा, “तू थोड़े ही समझाने से मुझे मसीही बनाना चाहता है?” (प्रेरितों के काम 26ः28)

#17. पौलुस को जिसने पागल कहा उसे पौलुस ने क्या जवाब दिया था ?

उत्तर का संदर्भ:- परन्तु पौलुस ने कहा, “हे महामहिम् फेस्तुस, मैं पागल नहीं, परन्तु सच्‍चाई और बुद्धि की बातें कहता हूँ। (प्रेरितों के काम 26ः25)

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