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यीशु मसीह की पहिचान एवं सामर्थ्य में बढ़ने के लिये सहायता

01 कुरिन्थियों अध्याय 02 प्रश्नोत्तरी प्रश्न और उत्तर | 01 Corinthians Chapter 02 Quiz Questions And Answers

उत्पत्ति अध्याय 17 प्रश्नोत्तरी प्रश्न और उत्तर

मेरे प्रिय भाई और बहनों, हमारी गुजारिश है कि आप बाईबल क्विज अटेंड करने से पहले एक बार इस चैप्टर का अध्ययन जरूर कर लें। बाईबल क्विज के माध्यम से हमारा उद्देश्य आपको परमेश्वर के वचन को पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना है ताकि आप परमेश्वर और उसके ज्ञान को जान और समझ सके। हमारा पूर्ण विश्वास है कि आप निश्चित रूप से आशीषित होंगे। कृपया नीचे दिए गए फिनिश ऑप्शन पर क्लिक करने से पहले सभी प्रश्न अटेंड करना अनिवार्य है। हम आपको शुभकामनाएं देते हैं।

 

#1. पौलुस कुरिन्थियों के विश्वासियों को मैं ने ठान लिया था कि तुम्हारे बीच यीशु मसीह वरन् किसको छोड़ और किसी बात को न जानूँ कहा ?

उत्तर का संदर्भ:- क्योंकि मैं ने यह ठान लिया था, कि तुम्हारे बीच यीशु मसीह, वरन क्रूस पर चढ़ाए हुए मसीह को छोड़ और किसी बात को न जानूं। (01कुरिन्थियों 02ः02)

#2. पौलुस कुरिन्थियों के विश्वासियों को सिद्ध लोगों में हम ज्ञान सुनाते हैं, परन्तु कौन सा ज्ञान नहीं सुनाते कहा ?

उत्तर का संदर्भ:- फिर भी सिद्ध लोगों में हम ज्ञान सुनाते हैं: परन्तु इस संसार का और इस संसार के नाश होने वाले हाकिमों का ज्ञान नहीं। (01कुरिन्थियों 02ः06)

#3. कौन सा जन आप किसी से जाँचा नहीं जाता ?

उत्तर का संदर्भ:- आत्मिक जन सब कुछ जांचता है, परन्तु वह आप किसी से जांचा नहीं जाता। (01कुरिन्थियों 02ः15)

#4. शारीरिक मनुष्य परमेश्वर के आत्मा की बातें ग्रहण क्यों नहीं करता है ?

उत्तर का संदर्भ:- परन्तु शारीरिक मनुष्य परमेश्वर के आत्मा की बातें ग्रहण नहीं करता, क्योंकि वे उस की दृष्टि में मूर्खता की बातें हैं, और न वह उन्हें जान सकता है क्योंकि उन की जांच आत्मिक रीति से होती है। (01कुरिन्थियों 02ः14)

#5. हमने संसार की आत्मा नहीं, परन्तु कौन सा आत्मा पाया है ?

उत्तर का संदर्भ:- परन्तु हम ने संसार की आत्मा नहीं, परन्तु वह आत्मा पाया है, जो परमेश्वर की ओर से है, कि हम उन बातों को जानें, जो परमेश्वर ने हमें दी हैं। (01कुरिन्थियों 02ः12)

#6. पौलुस कुरिन्थियों के विश्वासियों को मैं तुम्हारे साथ कैसा रहा कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- और मैं निर्बलता और भय के साथ, और बहुत थरथराता हुआ तुम्हारे साथ रहा। (01कुरिन्थियों 02ः03)

#7. पौलुस करिन्थियों के विश्वासियों को मेरे वचन, और मेरे प्रचार में ज्ञान की लुभानेवाली बातें नहीं, परन्तु क्या था कहा ?

उत्तर का संदर्भ:- और मेरे वचन, और मेरे प्रचार में ज्ञान की लुभाने वाली बातें नहीं; परन्तु आत्मा और सामर्थ का प्रमाण था। (01कुरिन्थियों 02ः04)

#8. पौलुस कुरिन्थियों के विश्वासियों को जब मैं परमेश्वर का भेद सुनाता हुआ तुम्हारे पास आया, तो किसके साथ नहीं आया कहा ?

उत्तर का संदर्भ:- और हे भाइयों, जब मैं परमेश्वर का भेद सुनाता हुआ तुम्हारे पास आया, तो वचन या ज्ञान की उत्तमता के साथ नहीं आया। (01कुरिन्थियों 02ः01)

#9. परमेश्वर की बातें कौन जानता है ?

उत्तर का संदर्भ:- मनुष्यों में से कौन किसी मनुष्य की बातें जानता है, केवल मनुष्य की आत्मा जो उस में है? वैसे ही परमेश्वर की बातें भी कोई नहीं जानता, केवल परमेश्वर का आत्मा। (01कुरिन्थियों 02ः11)

#10. सब बातें, वरन् परमेश्वर की गूढ़ बातें कौन जाँचता है ?

उत्तर का संदर्भ:- परन्तु परमेश्वर ने उन को अपने आत्मा के द्वारा हम पर प्रगट किया; क्योंकि आत्मा सब बातें, वरन परमेश्वर की गूढ़ बातें भी जांचता है। (01कुरिन्थियों 02ः10)

#11. पौलुस कुरिन्थियों के विश्वासियों को हम परमेश्वर का वह गुप्त ज्ञान, भेद की रीति पर बताते है, जिसे परमेश्वर ने कब से हमारी महिमा के लिये ठहराया था कहा ?

उत्तर का संदर्भ:- परन्तु हम परमेश्वर का वह गुप्त ज्ञान, भेद की रीति पर बताते हैं, जिसे परमेश्वर ने सनातन से हमारी महिमा के लिये ठहराया। (01कुरिन्थियों 02ः07)

#12. मनुष्यों में से कौन किसी मनुष्य की बातें जान सकता है ?

उत्तर का संदर्भ:- मनुष्यों में से कौन किसी मनुष्य की बातें जानता है, केवल मनुष्य की आत्मा जो उस में है? वैसे ही परमेश्वर की बातें भी कोई नहीं जानता, केवल परमेश्वर का आत्मा। (01कुरिन्थियों 02ः11)

#13. पौलुस करिन्थियों के विश्वासियों को तुम्हारा विश्वास मनुष्यों के ज्ञान पर नहीं, परन्तु किस पर निर्भर हो कहा ?

उत्तर का संदर्भ:- इसलिये कि तुम्हारा विश्वास मनुष्यों के ज्ञान पर नहीं, परन्तु परमेश्वर की सामर्थ पर निर्भर हो॥ (01कुरिन्थियों 02ः05)

#14. “जो बातें आँख ने नहीं देखीं और कान ने नहीं सुनीं, और जो बातें मनुष्य के चित में नहीं चढ़ी” वे बातें परमेश्वर ने किसके लिये तैयार की हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- परन्तु जैसा लिखा है, कि जो आंख ने नहीं देखी, और कान ने नहीं सुना, और जो बातें मनुष्य के चित्त में नहीं चढ़ीं वे ही हैं, जो परमेश्वर ने अपने प्रेम रखने वालों के लिये तैयार की हैं। (01कुरिन्थियों 02ः09)

#15. कौन सा जन सब कुछ जाँचता है ?

उत्तर का संदर्भ:- आत्मिक जन सब कुछ जांचता है, परन्तु वह आप किसी से जांचा नहीं जाता। (01कुरिन्थियों 02ः15)

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